देहरादून। देश का कोई भी नक्सल क्षेत्र हो, आतंकवाद से प्रभावित क्षेत्र हो, देश में आए किसी भी आपदा के समय या वीआईपी सुरक्षा…..हर क्षेत्र में हमेशा अर्ध सैनिक बल आगे रहते हैं। बावजूद इसके सरकार अर्ध सैनिक बलों के साथ सौतेला व्यवहार करती है। यह कहना है कॉनफैडरेसन ऑफ एक्स पैरामिलिट्री फोर्स वैलफेयर एसोशिएशन का, जो सरकार से अर्ध से पूर्ण सैनिक के दर्जे की मांग कर रहे हैं।
कॉनफैडरेसन ऑफ एक्स पैरामिलिट्री फोर्स वैलफेयर एसोसिएशन की ओर से मंगलवार को प्रेस क्लब देहरादून में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया जिसमें सेवारत, सेवानिवृत और शहीद जवानों के परिवारों को पेंशन, पुनर्वास और कल्याण संबधित मुद्दों के समाधान के लिए उत्तराखंड में अर्ध सैनिक कल्याण बोर्ड की स्थापना की मांग की। साथ ही राज्य के शहीद परिवारों को मिलने वाली सहायता सम्मान राशि बढ़ाकर एक करोड़ रुपए करने की भी मांग की।
आपको बता दें कि कॉनफैडरेसन ऑफ एक्स पैरामिलिट्री फोर्स वैलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्षक रिटायर्ड एडिशनल डीजी एचआर सिंह के नेतृत्व में छह सदस्यीय डेलीगेशन ने अपनी मांगों को लेकर राज्यपाल लेफ्टिनेंटट जनरल गुरमीत सिंह से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। वहीं राज्यपाल ने मांगों को गंभीरता से लेने का आश्वासन दिया है। साथ ही अश्वस्त किया वह मुख्यमंत्री को इस संबंध में पत्र लिखेंगे।
इस दौरान उत्तराखंड में एक सर्वे करवाने पर भी जोर दिया गया जिससे जहाँ बहुसंख्यक पैरामिलिट्री परिवार है वहां पर सीजीएचएस डिस्पेंसियां, स्कूल, हरेक एसपी ऑफिस में हेल्प डेस्क बनाया जाए। इसके साथ ही एसोसिएशन ने गृहमंत्रालय की ओर से पैरामिलिट्री फोर्सेस को सिविलियन फोर्स करार दिए गए आदेश को तुगलकी फरमान बताते हुए पुरानी पेंशन बहाली, वन रैंक वन पेंशन, कैडर ऑफिसर्स को फोर्सेस डीजी बनाने और अन्य मुद्दों को लेकर 14 फरवारी 2022 को पुलवामा शहीदी दिवस पर बापू की समाधि राजघाट पर शान्ति पूर्ण धरना प्रदर्शन करने की घोषणा की। वहीं एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस बार दिवाली छत्तीसगढ़ में सीआरपीएफ के जवानों के साथ मनाने का आग्रह किया।