लक्ष्मणझूला पुल से पैदल आ-जा सकेंगे लोग!

त्रिवेंद्र सरकार का फैसला

  • चौपहिया और दो पहिया वाहनों की आवाजाही को तुरंत प्रभाव से रोकने का किया फैसला
  • लक्ष्मणझूला पुल के बदले गंगा पर एक वैकल्पिक पुल बनाए जाने की तैयारी शुरू
  • लक्ष्मणझूला का समुचित रखरखाव करते हुए हेरिटेज के तौर पर करेंगे संरक्षित

देहरादून। ऋषिकेश के लक्ष्मणझूला पुल पर लोगों का पैदल आवागमन जारी रहेगा परंतु लक्ष्मणझूला पर चौपहिया और दो पहिया वाहनों की आवाजाही को तुरंत प्रभाव से रोकने का प्रदेश सरकार ने निर्णय किया है। इस पुल का विकल्प भी सरकार जल्द ही तैयार कर लेगी। इसके लिए एक वैकल्पिक पुल बनाए जाने का निर्णय लिया गया है। 
आज शनिवार को लक्ष्मणझूला के संबंध में भेंट करने आई यमकेश्वर विधायक ऋतु खंडूड़ी को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि छह माह पूर्व आईआईटी रुङकी के विशेषज्ञों से लक्ष्मणझूला की फिजीबिलिटी पर अध्ययन करने को कहा गया था। उनसे प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार पुल की स्थिति ऐसी नहीं है कि इस पर अधिक आवाजाही खासतौर पर चार पहिया या दुपहिया वाहनों को अनुमति दी जा सके। 
उन्होंने बताया कि कांवङ मेले में भारी भीङ को देखते हुए लक्ष्मण झूला पर आवाजाही को जारी रखना उचित नहीं रहेगा। जन सुरक्षा सरकार के लिए सर्वोपरि है। इसलिए लक्ष्मणझूला पर चौपहिया और दो पहिया वाहनों की आवाजाही को तुरंत रोकने का निर्णय किया गया है। साथ ही इसका विकल्प भी जल्द से जल्द तैयार करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। 
त्रिवेंद्र सिंह ने कहा कि लक्ष्मणझूला उत्तराखंड की एक सांस्कृतिक धरोहर है। ऋषिकेश के प्रमुख आकर्षण केन्द्र के रूप में देश-विदेश में इसकी पहचान है।  अनेक फिल्मों में यहाँ का फिल्मांकन प्रमुखता से किया गया है। लक्ष्मणझूला का समुचित रखरखाव करते हुए किस तरह से हेरिटेज के तौर पर संरक्षित किया जा सकता है, इसके लिए भी विशेषज्ञों की राय से कार्य योजना बनाई जाएगी।

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