बारिश से कहीं राहत तो कहीं आफत
- यमुनोत्री हाईवे पर डबरकोट में शुक्रवार देर रात मलबा आने से बंद हाईवे आज शनिवार सुबह खोला गया
- मौसम विभाग के अनुसार आज दून, नैनीताल, पौड़ी, ऊधमसिंहनगर व हरिद्वार जिले में बरसेंगे बदरा
- गणाईगंगोली के घोड़ासिला में नाले की चपेट में आने से घोड़ासिला की बसंती देवी की मौत
देहरादून। प्रदेशभर में हो रही बारिश से कहीं आफत तो कहीं राहत है। मैदानी क्षेत्रों में बारिश ने उमस से राहत दी तो पहाड़ में भूस्खलन का खतरा बढ़ा हुआ है। बीते शुक्रवार को बंद हुआ बदरीनाथ हाईवे आज शनिवार को तड़के खोल दिया गया, लेकिन कुछ देर बाद ही मलबा आने से हाईवे फिर बंद हो गया। रास्ते में दोनों तरफ करीब 1500 यात्री फंसे हैं। एक बस भी मलबे में फंस गई है। वहीं नैनीताल में बारिश के दौरान एक पांच मंजिला मकान भी ढह गया। बारिश के दौरान गणाईगंगोली के घोड़ासिला में नाले की चपेट में आने से घोड़ासिला की बसंती देवी (75) की मौत हो गई।
यमुनोत्री हाईवे पर भी डबरकोट में देर रात मलबा आ गया। जिससे हाईवे बंद हो गया। हाईवे को आज शनिवार सुबह नौ बजे तक खाेलने का प्रयास किया गया। इसके बाद वहां से मलबा हटाया गया। रास्ते में पत्थर गिरने से स्यानाचट्टी व ओजरी मे वाहनों को रोक लिया गया था। हाईवे खुलने के बाद वहां वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है। पांच जिलों में आज भी बारिश हो सकती है। मौसम केंद्र निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि आज शनिवार को नैनीताल, ऊधमसिंह नगर, पौड़ी, देहरादून और हरिद्वार जिले में बारिश होने का अनुमान है। प्रदेश के अन्य इलाकों में भी बारिश हो सकती है।
बारिश का कहर सबसे अधिक सड़क पर टूट रहा है। टनकपुर में निर्माणाधीन श्यामलाताल-पोथ मार्ग चार दिन से बंद है। नैनीताल जिले में बानना, भल्यूटी, देवीपुरा-सौड़ और अमेल-खोला मोटर मार्ग बंद हैं।मुनस्यारी में सेरा के पासपेड़ गिरने से मुनस्यारी-जौलजीबी सड़क पर साढ़े ग्यारह बजे तक बंद रही।
कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग पांगला के पास मलबा आने से बृहस्पतिवार रातभर बंद रही। सुबह साढ़े नौ बजे मलबा हटाया जा सका। कंज्योति-नारायण आश्रम सड़क भी सुनपाल में मलबा आने से बृहस्पतिवार रातबर बंद रही। यहां आज सुबह करीब 10 बजे मलबा हटाया जा सका।
बागेश्वर में जिले में पोथिंग-शोभाकुंड सड़क आठ दिन से, कपकोट-कर्मी-बघर, कपकोट-कर्मी-तोली चार-चार दिन से बंद पड़ी हैं। विजयपुर-ढ़पटी-झाकरा, लाथी-कर्मी-तोली-चेताबगड़ और पुल बाजार गांसी-कर्मी सड़क बीते शुक्रवार को बंद हो गईं। सरोवर नगरी में 80 साल पुराने पांच मंजिला मकान का एक हिस्सा शनिवार सुबह पांच बजे भरभरा कर ढह गया। मकान 15 साल से खाली पड़ा था जिससे कोई नुकसान नहीं हुआ।