देहरादून। उत्तराखंड राज्य बाल कल्याण परिषद की महासचिव पुष्पा मानस और संयुक्त सचिव कमलेश्वर प्रसाद भट्ट द्वारा ने आज रविवार को बताया कि 6 वर्ष से 18 वर्ष तक आयु के साहसी व वीर बालक-बालिकायें जो अपनी परवाह किए बिना जान जोखिम में डालकर स्वयं अथवा दूसरों को बचाने में मददगार साबित हुए हैं, को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार-2019 हेतु आवेदन-पत्र आमंत्रित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि जो साहसिक घटनायें 01 जुलाई 2018 से 30 जून 2019 के घटी हों, उनके बारे में ही विचार किया जाएगा। निर्धारित प्रपत्र पर 30 सितम्बर तक आवेदन उत्तराखंड राज्य बाल कल्याण परिषद तक पहुंच जाने चाहिये। इसके साथ ही समाचार-पत्रों में प्रकाशित खबर की प्रति संलग्न होनी चाहिये।