देहरादून। श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि आज बसंत पंचमी को नरेंद्रनगर स्थित राजदरबार में तय होगी। राजपुरोहित कपाट खुलने की तिथि को लेकर राज परिवार व मंदिर समिति के पदाधिकारियों से चर्चा करेंगे। इसी दिन भगवान बदरीनाथ के अभिषेक के लिए चढ़ाया जाने वाले तिल के तेल के लिए गाडू घड़ा कलश यात्रा को लेकर भी तिथि तय की जाएगी। गाड़ू घड़ा (तेल कलश) यात्रा डिम्मर गांव चमोली से शुक्रवार की शाम को ऋषिकेश पहुंच गया है। बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि डिम्मर स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर से गाड़ू घड़ा के साथ डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के कार्यकारी अध्यक्ष विनोद डिमरी, मंदिर समिति पूर्व सदस्य हरीश डिमरी, मंदिर समिति सदस्य आशुतोष डिमरी, विपुल डिमरी, राकेश डिमरी, नरेंद्र डिमरी,अरुण डिमरी और विनय डिमरी आदि समिति के ऋषिकेश स्थित कार्यालय में पहुंचे। बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति की ओर से दी जानकारी में बताया गया कि बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि 5 फरवरी बसंत पंचमी के दिन नरेंद्रनगर राजदरबार में तय होगी। सुबह दस बजे से कपाट खुलने की तिथि तय करने के लिए कार्यक्रम शुरू होगा। इसके साथ ही गाडू घड़ा तेल कलश यात्रा की तिथि भी तय की जाएगी।
कोरोना प्रोटोकॉल एवं ओमिक्रॉन गाइडलाईन के चलते अति संक्षिप्त धार्मिक समारोह में कपाट खुलने की तिथि तय की जाएगी। राजमहल नरेंद्रनगर में राजपरिवार के सदस्य, बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के सदस्य, डिमरी धार्मिक पंचायत प्रतिनिधि और धर्माचार्यों की मौजूदगी में बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने का मुहूर्त निकाला जाएगा।