- अब लापता लोगों की परिजनों को मुआवजा मिलने में हो सकेगी आसानी
- तपोवन सुरंग और बैराज साइट से मलबा हटाने का कार्य जारी
- सुरंग में बार-बार हो रहा पानी का रिसाव बचाव कार्य में पैदा कर रहा है बाधा
जोशीमठ। विगत सात फरवरी को चमोली में आई आपदा में लापता लोगों को अब मृत्यु प्रमाणपत्र जारी हो सकेगा। केंद्र सरकार ने इसकी अनुमति दे दी है। प्रमाणपत्र तीन श्रेणियों में जारी होंगे। पहली श्रेणी उत्तराखंड निवासियों की है, दूसरी राज्य से बाहर के लोगों और तीसरी पर्यटक श्रेणी है। इसके बाद अब लापता लोगों की परिजनों को मुआवजा मिलने में आसानी हो सकेगी।
गौरतलब है कि 68 शव और 28 मानव अंग बरामद हो चुके हैं, 136 लोग अभी भी लापता हैं। वहीं आज सोमवार को चमोली जिले में आई आपदा का 16वां दिन है और ऋषिगंगा में आई आपदा के बाद से तपोवन सुरंग और बैराज साइट से मलबा हटाने का कार्य जारी है। हालांकि बार-बार सुरंग में हो रहा पानी का रिसाव बचाव कार्य में बाधा पैदा कर रहा है। वहीं एनडीआरएफ का कहना है कि सुरंग में 171 मीटर तक खुदाई हो चुकी है। बीते रविवार को बैराज साइट से दो शव और सुरंग से एक शव बरामद किए गए हैं। सभी शवों की शिनाख्त कर ली गई है। अब तक 68 शव और 28 मानव अंग बरामद हुए हैं, जबकि 136 लोग अभी भी लापता हैं। तपोवन में सुरंग और बैराज साइट लापता लोगों को ढूंढने का कार्य लगातार जारी है।