चमोली। जनपद के जोशीमठ में ग्लेशियर टूटने के बाद सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। ग्लेशियर टूटकर मलारी-सुमना सड़क पर गिर गया था। इस सड़क पर कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा था। सेना के मुताबिक अब तक 8 शव बरामद किए जा चुके हैं और 384 लोगों को सुरक्षित बचाया जा चुका है। इनमें 6 की हालत गंभीर बताई जा रही है।
सेना की सेंट्रल कमांड के मुताबिक ये लोग जोशीमठ के सुमना इलाके में बने बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (बीआरओ) के कैंप में थे। खराब मौसम के चलते रात में रेस्क्यू ऑपरेशन रोक दिया गया था। आज शनिवार को सुबह होते ही इसे फिर से शुरू कर दिया गया है।इस बीच मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 28 घंटे में चमोली में तेज बारिश के साथ आंधी आ सकती है।
बीआरओ के कमांडर कर्नल मनीष कपिल ने बताया कि यहां सड़क निर्माण का काम चल रहा था, लेकिन हादसे में काम कर रहे मजदूरों को नुकसान नहीं पहुंचा है। ग्लेशियर टूटने का कारण भारी बर्फबारी को माना जा रहा है। हादसे की वजह से जोशीमठ-मलारी हाईवे भी बर्फ से ढक गया है।
उधर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा है कि नीती घाटी के सुमना में ग्लेशियर टूटने की सूचना मिली है। इस संबंध में अलर्ट जारी कर दिया गया है। मैं निरंतर जिला प्रशासन और बीआरओ के सम्पर्क में हूं। जिला प्रशासन को मामले की पूरी जानकारी प्राप्त करने के निर्देश दे दिए हैं। एनटीपीसी एवं अन्य परियोजनाओं में रात के समय काम रोकने के आदेश दे दिए हैं, ताकि कोई अप्रिय घटना ना होने पाये।