देहरादून। चकराता ब्लॉक के राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जाड़ी में छात्राओं के बेहोश होने का मामला सामने आया है। जहां एक ओर स्कूल प्रबंधन का कहना है कि जो छात्राएं शारीरिक तौर पर कमजोर हैं वही बेहोश हो रही हैं। जबकि अभिभावकों इसे स्कूल की भूमि से जुड़े अंधविश्वास से जोड़कर देख रहे हैं।
स्कूल प्रबंधन का कहना है कि कई छात्राएं सुबह बिना नाश्ता किए ही स्कूल आती हैं और करीब चार से पांच किलोमीटर पैदल चलने के बाद स्कूल पहुंचती हैं। जिस कारण छात्राएं बेहोश हो रही हैं। कुछ लोग इसे अंधविश्वास तो कुछ लोग इसे मनोवैज्ञानिक पहलु से जोड़कर देख रहे हैं।
बता दें कि प्रदेश के कई स्कूलों से ऐसे मामले सामने आ चुके हैं। जिनमें स्कूलों में छात्राएं अचानक चीखने चिल्लाने के बाद बेहोश होने लगती हैं। डॉक्टरों ने इन मामलों को मास हिस्टिरिया के मामले बताया था। लेकिन चकराता के जाड़ी के इस स्कूल के प्रधानाचार्य देवेंद्र सिंह असवाल का कहना है कि चीखने चिल्लाने का कोई मामले नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि सिर्फ छात्राएं ही बेहोश हुई थी स्कूल के छात्र नहीं। बता दें कि एक महीने पहले भी दो छात्राएं और 20 दिन पहले भी एक छात्रा बेहोश हुई थी।