देश में रोड एक्सीडेंट के आंकड़ों ने चौंकाया, जानें किस वजह से बढ़ रही है हादसों में मौत?

नई दिल्ली। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने ‘भारत में सड़क दुर्घटनाएँ-2022’ पर वार्षिक रिपोर्ट प्रकाशित की है। इस रिपोर्ट के अनुसार, साल 2022 में कुल 4,61,312 सड़क दुर्घटनाएं हुई थीं जिसमें 1,68,491 लोगों की जान चली गई. जबकि 4,43,366 लोग घायल हो गए थे।

रिपोर्ट के अनुसार, हर एक घंटे में 53 सड़क हादसे हुए और हर एक घंटे में 19 लोगों ने सड़क हादसों में जान गंवाई। इनमें सीट बेल्ट और हेलमेट का इस्तेमाल न करने वालों की संख्या सबसे अधिक रही। आंकड़ों के मुताबिक, खड़े वाहन से टक्कर के मामलों में सबसे अधिक 22 फीसदी की वृद्धि देखी गई। वहीं आमने-सामने टक्कर के मामलों में भले ही 2.1 फीसदी की वृद्धि देखी गई लेकिन यह एक्सीडेंट का दूसरा सबसे बड़ा प्रकार है।

कामकाजी वर्ग सबसे ज्यादा चपेट में…

सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की रिपोर्ट में कहा गया है कि 2022 में दुर्घटनाओं में हुई मौतों में 18-45 के बीच आयु वर्ग के लोग 66.5 फीसदी हैं। जबकि 18-60 के कामकाजी आयु वर्ग 83.4 फीसदी हैं। इसमें कहा गया है कि सड़क दुर्घटना में सबसे ज्यादा युवा वर्ग के लोग शिकार हुए हैं।

यूपी और तमिलनाडु में कितनी मौत…

राज्यों में लगातार पांचवें साल सबसे ज्यादा रोड एक्सीडेंट में यूपी सबसे ऊपर है। यहां पिछले साल 22,595 लोगों की दुर्घटना से मौत हो गई। इसके बाद तमिलनाडु में 17,884 मौतें हुईं। सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में दक्षिणी राज्य 64,105 दुर्घटनाओं के साथ सबसे ऊपर है, इसके बाद मध्य प्रदेश है, जहां 54,432 दुर्घटनाएं दर्ज की गईं।

हर दिन औसतन 462 मौतें…

रिपोर्ट में एक डरावना आंकड़ा सामने आया है। 2022 में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या 2021 की तुलना में 11.9 प्रतिशत अधिक थी और इसी तरह, सड़क दुर्घटनाओं में मौत और घायलों की संख्या में भी क्रमशः 9.4 और 15.3 फीसदी बढ़ी। रिपोर्ट के मुताबिक रोजाना 1,264 दुर्घटना और 462 मौत या हर घंटे 53 दुर्घटना और 19 मौत होती है।

रिपोर्ट में बताया गया है कि नेशनल हाई वे पर युवाओं के ज्यादा स्पीड में वाहन चलाने से सड़क हादसे बढ़ रहे हैं और मौत का आंकड़ा भी बढ़ रहा हैं।

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