पीड़ित छात्रा बोलीं, चिन्मयानंद के खिलाफ मेरे पास सबूत हैं!

मीडिया को बताई आपबीती

  • एसआईटी की पूछताछ के बाद सोमवार को मीडिया के सामने आई छात्रा ने कहा, स्वामी ने एक वर्ष तक किया दुष्कर्म
  • छात्रा ने शाहजहांपुर के डीएम पर पिता को धमकाने का भी लगाया आरोप, उसने कई चौंकाने वाले राज भी खोले  
  • चिन्मयानंद से पांच करोड़ की रंगदारी मांगने के मामले में संदेह के घेरे में आए संजय को उसने अपना भाई बताया

शाहजहांपुर। स्वामी चिन्मयानंद पर आरोप लगाने वाली छात्रा एसआईटी की पूछताछ के बाद सोमवार को मीडिया के सामने आई। छात्रा ने आरोप लगाया कि स्वामी ने उसके साथ दुष्कर्म किया और एक साल तक उसका जबरन यौन शोषण करता रहा। छात्रा ने शाहजहांपुर के डीएम पर पिता को धमकाने का आरोप भी लगाया। चिन्मयानंद से पांच करोड़ की रंगदारी मांगने के मामले में संदेह के घेरे में आए संजय को उसने अपना भाई बताया। कहा कि वह डर के कारण संजय के साथ राजस्थान चली गई थी।  
छात्रा ने आरोप लगाया कि चिन्मयानंद ने एक साल तक उसका शारीरिक शोषण किया। कॉलेज में और भी छात्राएं हैं, जिनके साथ स्वामी ने इसी तरह की हरकतें की हैं, लेकिन वह पहली लड़की है, जिसने स्वामी के खिलाफ आवाज उठाई है। छात्रा ने कहा कि उसके पास सबूत हैं और वह समय आने पर सारे सबूत पेश करेगी। छात्रा ने कहा कि एसआईटी ने उससे व उसके पिता से 11 घंटे तक पूछताछ की।
उसे एसआईटी की पूछताछ से कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन आरोपी चिन्मयानंद से अभी तक न तो पूछताछ की गई और न ही उसे गिरफ्तार किया गया, जबकि उससे कई चरण में पूछताछ हो चुकी है। छात्रा ने आरोप लगाया कि जब उसके पिता ने चौक कोतवाली में तहरीर दी थी तब डीएम ने उसके पिता को धमकाया था। उसने डीएम पर भी कार्रवाई की मांग की।
छात्रा ने बताया कि वह तो कॉलेज में एलएलएम की पढ़ाई के लिए गई थी लेकिन स्वामी ने उससे खुद कहा था कि जॉब कर लो। प्राचार्य प्रशासनिक काम अधिक देने लगे थे। स्वामी के कहने पर रूम लेकर डाल दिया। उसके बाद उसे रुकना पड़ा। फिर उसके साथ बहुत बुरा हुआ।छात्रा के पिता ने भी अपनी बेटी की बातों को दोहराते हुए कहा कि स्वामी चिन्मयानंद की सच्चाई सामने आनी ही चाहिए। कहा कि वह न्याय की इस लड़ाई में पीछे नहीं हटेंगे। पिता ने एसआईटी से बेटी को न्याय मिलने की उम्मीद जाहिर की है।
पिता ने अभी तक दुष्कर्म की रिपोर्ट न लिखे जाने पर कहा कि मामले में पक्षपात किया जा रहा है। दिल्ली में बेटी ने जीरो एफआईआर के लिए तहरीर दी। वहां से जब तहरीर की कॉपी यहां भेजी गई तो रिपोर्ट क्यों नहीं दर्ज की गई। पूरे मामले में शासन-प्रशासन के दबाव में काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 25 अगस्त को यहां स्वामी के खिलाफ तहरीर दी थी। 27 तक रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई। जिलाधिकारी ने कहा- तुम जानते नहीं कि किसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने जा रहे हो। लेकिन मैं नहीं माना। ऐसे जिलाधिकारी को यहां से हटना चाहिए।
इधर छात्रा के आरोपों पर जिलाधिकारी ने किसी तरह की प्रतिक्रिया देने ने इनकार कर दिया। चिन्मयानंद पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली शाहजहांपुर की छात्रा के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एसआईटी से विवेचना की प्रगति आख्या तलब की है। कोर्ट ने आदेश की प्रति सीजेएम के माध्यम से पीड़िता के परिवार को भेजने का निर्देश भी दिया है, ताकि वे अदालत में अपनी सुरक्षा व विवेचना की प्रगति के लिए प्रार्थना पत्र दे सकें। यह आदेश मामले की मॉनीटरिंग के लिए गठित न्यायमूर्ति मनोज मिश्र एवं न्यायमूर्ति मंजूरानी चौहान की खंडपीठ ने दिया है।
सुप्रीम कोर्ट ने एलएलएम छात्रा के गायब होने पर स्वत: संज्ञान लेते हुए मामले की जांच के लिए एसएईटी गठित करने का निर्देश दिया और हाईकोर्ट से इसकी मॉनीटरिंग के लिए कहा। सर्वोच्च अदालत ने पीड़िता व उसके परिजनों की इन कैमरा प्रोसीडिंग में बयान लिया। पीड़िता ने लॉ कॉलेज व उसके प्रबंधन के विरुद्ध शिकायत की। उसके माता-पिता ने पीड़िता व परिवार की सुरक्षा पर चिंता जताई। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर राज्य सरकार ने मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की। उसके बाद कोर्ट को बताया गया कि पीड़िता के पिता के 27 अगस्त 2019 के शिकायती पत्र के आधार पर लॉ कॉलेज के प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। कॉलेज में पीड़िता का भाई भी पढ़ रहा है। कोर्ट के आदेश पर पीड़िता को आल इंडिया वूमेन कॉन्फ्रेंस बापनूघर में रखे जाने निर्देश दिया है।

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