उत्तराखंड : प्रधानाचार्य विवाद में अभिभावकों का प्रदर्शन

देहरादून। एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय कालसी में प्रधानाचार्य पद के लिए हुए साक्षात्कार पर सवालिया निशान लगाते हुए अभिभावकों ने विद्यालय गेट पर प्रदर्शन किया। अभिभावकों ने साक्षात्कार को निरस्त करने की मांग सरकार से की है, निरस्त नहीं होने पर अभिभावकों ने गुरुवार को अपने बच्चे स्कूल से घर ले जाने की चेतावनी दी है।

प्रदर्शन कर रहे अभिभावकों ने कहा इस साक्षात्कार में निर्देशक जनजाति कल्याण व उनके द्वारा प्रयोजित सदस्यों ने पैन्यूली को पूर्वनियोजित षडयंत्र के द्वारा साक्षात्कार में अन्तिम स्थान पर रखा गया है। जबकि पैन्यूली की 18 वर्षों के आवासीय विद्यालयों में सेवा के अनुभव के साथ-साथ भारत सरकार के जनजाति कार्यमंत्रालय के द्वारा देशभर में एकलव्य विद्यालय उन्नयन हेतु विभिन्न विद्यालयों में भ्रमण हेतु आमन्त्रित किया जाता रहा है। भारत सरकार के द्वारा भी उन्हें उनके उत्कृष्ट कार्यों हेतु राष्ट्रपति पुरस्कार से नवाजा गया है। श्रीमती पैन्यूली को दो-दो आवासीय विद्यालयों के संचालन का अनुभव है। जिनके द्वारा एकलव्य विद्यालय की स्थापना से लेकर आज दिनांक तक उनके अनुभव आदि को अनदेखा किया गया। जिनकी छवि एक विदुशी महिला के साथ-साथ ईमानदार एवं कुशल संचालक महिला के रूप में समाज में प्रतिष्ठित है को साक्षात्कार में अन्तिम स्थान पर रखना एक बड़े षडयंत्र की ओर इशारा करता है।

अभिभावकों ने आरोप लगाया कि जनजाति कल्याण विभाग के एक बड़े अधिकारी पदभार ग्रहण करने के बाद से ही स्कूल के कार्यों में व्यवधान पैदा कर रहे हैं। साक्षात्कार में साजिश के तहत उप प्राचार्य पैन्यूली को अंतिम स्थान पर रखा गया है। कहा कि अभिभावक समिति निदेशालय द्वारा कराए गए साक्षात्कार को निरस्त करने की मांग करती है। चेतावनी दी है कि सभी अभिभावक अपने बच्चों को विद्यालय से घर ले जाएंगे। जल्द ही साक्षात्कार निरस्त नहीं किए जाने पर बच्चों को स्कूल में नहीं भेजा जाएगा। प्रदर्शन करने वालों में दीवान सिंह तोमर, नरेश रावत, आनंद सिंह, बचन सिंह, नरेंद्र सिंह चौहान, केसर वर्मा, सतलो देवी, बालमा देवी, सियाराम चौहान, अमित, कला, हेमा आदि शामिल रहे।

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