- मुख्यमंत्री के गैरसैंण में विस सत्र न करवाने की वजह ठंड बताने पर हरीश रावत के एक वीडियो पोस्ट पर त्रिवेंद्र ने कसा तंज
देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के गैरसैंण में विधानसभा सत्र न करवाने की वजह ठंड बताने पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने एक वीडियो पोस्ट किया था। जिसमें वह कुछ खाते हुए दिख रहे हैं।
इस पोस्ट के जवाब में त्रिवेंद्र रावत ने भी ट्विटर पर एक पोस्ट किया है। जिसमें उन्होंने लिखा कि ‘बड़े भाई @harishrawatcmuk जी, अब समझ आया कि गैंठी के बीज कहां गायब हो गए – बोने पर ध्यान तो दिया नहीं और बीज सारे खा लिए गए’। हरीश रावत इस वीडियो में ठंड के मौसम का लुत्फ लेते हुए विधायकों को संदेश देते दिख रहे हैं कि सर्दी से डरे नहीं। उन्होंने मुख्यमंत्री के बयान के बाद गैरसैंण में उपवास रखने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि चार दिसंबर को वह गैरसैंण में सांकेतिक ही सही, अपने उपवास के जरिये, गैरसैंण में विधानसभा सत्र न करवाने पर विरोध प्रकट करेंगे। उनका मकसद त्रिवेंद्र सरकार को घेरने के साथ जनता के बीच संदेश पहुंचाना है कि सभी इसका विरोध प्रकट करें, जिससे गैरसैंण जीते।
हरीश रावत का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। इस वीडियो के माध्यम से रावत मुख्यमंत्री के गैंरसैंण में ठंड लगने वाले बयान का कटाक्ष कर रहे हैं। वीडियो एक घर की छत पर बना है। चारपाई पर बैठे हरीश रावत के हाथ में पेय पदार्थ से भरा गिलास है, जबकि दूसरे हाथ से वे कुछ खा रहे हैं।
वीडियो में वह बोल रहे हैं कि ‘उत्तराखंड के विधायक दोस्तों मैं इस समय अल्मोड़ा जनपद के सबसे ठंडे रहने वाले गांव मोहनरी में हूं। आप ठंड की चिंता छोड़िए, ठंडी तासीर को अपनाइये। विकास का रास्ता ठंड के साथ ही निकलेगा। आज मोहनरी में हूं। कल अल्मोड़ा में और फिर भीमताल और गैरसैंण जाऊंगा। मैं आप तक पहुंचाऊंगा कि ठंडी जगह कितनी सुहावनी लगती है। इसका आनंद लेने से चूकिए मत’।
इससे पहले हरीश रावत के गैरसैंण में एक दिवसीय उपवास पर मुख्यमंत्री ने पलटवार करते हुए कहा था कि हरीश रावत बहुत मोटे तगड़े हो गए हैं, इसलिए वह डाइटिंग करने गैरसैंण जा रहे हैं।