लखीमपुर खीरी में मारे गये किसानों के परिजनों का दावा- गोली लगने से हुई मौत!

यूपी पुलिस फिर सवालों के घेरे में

  • कहा, योगी सरकार पर भरोसा नहीं, दिल्ली के डॉक्टरों से दोबारा कराएं पोस्टमॉर्टम
  • मरने वाले किसानों के परिवारों ने कहा, मंत्री के दबाव में बनाई गई गलत पोस्टमार्टम रिपोर्ट

बहराइच। लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा में 9 लोगों की मौत हो गई थी। मारे गए 4 किसानों में से 2 बहराइच के थे। सोमवार देर शाम पोस्टमार्टम के बाद किसानों के शव बहराइच पहुंच गए थे, लेकिन परिवार ने अभी तक उनका अंतिम संस्कार नहीं किया है। उनका आरोप है कि किसानों की मौत गोली लगने से हुई है, जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसका जिक्र नहीं है।
परिवार का कहना है कि मंत्री के दबाव में गलत पोस्टमार्टम रिपोर्ट बनाई गई है। इसलिए दिल्ली के डॉक्टरों द्वारा दोबारा पोस्टमार्टम किया जाए। इसके बाद ही अंतिम संस्कार किया जाएगा। सूचना मिलने पर डीएम और एसपी मौके पर पहुंचे, लेकिन परिजन अपनी मांग पर अड़े रहे। लखीमपुर में मारे गए किसान गुरविंदर सिंह के परिवार ने अब तक उनके शव का अंतिम संस्कार नहीं किया है।
लखीमपुर में मारे गए दो किसान बहराइच के थे
बहराइच जिले के मटेरा थाना क्षेत्र के निमोनिया गांव निवासी किसान गुरविंदर सिंह और नानपारा कोतवाली के बंजारन टोला निवासी किसान दलजीत सिंह के शव का अंतिम संस्कार परिजनों ने करने से मना कर दिया है। ये लगातार दिल्ली के डॉक्टरों से पोस्टमॉर्टम कराने की मांग पर अड़े हैं।
मृतक किसान गुरविंदर सिंह के पिता सतविंदर सिंह से उत्तर प्रदेश कांग्रेस की प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने फोन पर बात की है। प्रियंका ने शोक संवेदना जताते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी उनके परिवार और सभी किसानों के साथ है। बताया जा रहा है कि भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत किसानों के परिवार से मिलने पहुंच सकते हैं।
पंजाबी फिल्मों की मशहूर अभिनेत्री सोनिया मान किसानों के परिजनों से मिलने बहराइच पहुंची हैं। मौके पर जाकर उन्होंने सरकार पर जमकर हमला बोला। सोनिया ने कहा, ‘हमने वीडियो बनाया है, हमारे किसान भाई को कान के पास गोली मारी गई है, लेकिन मंत्री के बेटे को बचाने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट में झूठ दिखाया गया है। ऐसे डॉक्टर को तो शर्म आनी चाहिए। हमें यहां आने नहीं दिया जा रहा था, हम झूठ बोलकर यहां तक आए हैं। हमारी मांग है कि किसानों के शव का फिर से पोस्टमार्टम हो और दिल्ली में कोई अच्छा डॉक्टर इनका पोस्टमार्टम करे। मैं बता रही हूं जब तक मोनू मिश्र को जेल नहीं भेजा जाएगा, तब तक हम लोग ऐसे ही लड़ते रहेंगे और किसानों के शव यहीं रखे रहेंगे’।
किसानों के शव गांव में आने के गांव को सुरक्षा के मद्देनजर छावनी में तब्दील कर दिया गया है। मटेरा गांव में जाने वाली हर सड़कों पर पुलिस का पहरा है। आने जाने वाले लोगों की पुलिस तलाशी ले रही है। घटनास्थल पर SP मौजूद हैं।

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