बोले जेटली
- कांग्रेस के घोषणापत्र पर लगाया गंभीर आरोप, कहा— नासमझी में किये बड़े-बड़े वादे
- जम्मू कश्मीर को लेकर नेहरू-गांधी परिवार ने की ऐतिहासिक भूल, वे माफ नहीं किये जा सकते
- सशस्त्र बल विशेष अधिकार कानून (अफस्पा) को लेकर कांग्रेस के वादे पर किया पलटवार
- आरोप लगाया कि कांग्रेस का आज का नेतृत्व जिहादियों और माओवादियों के चंगुल में
मंगलवार
को जारी किये गये कांग्रेस के घोषणापत्र का जवाब देने के लिए मंगलवार को
भाजपा की तरफ से पार्टी के वरिष्ठ नेता और वित्त मंत्री अरुण जेटली ने
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मोर्चा संभाला। उन्होंने यह अपनी बातों में यह साबित
करने की कोशिश की कि कांग्रेस ने नासमझी में गरीबों से बड़े-बड़े वादे किए
हैं। जिन्हें पूरा नहीं किया जा सकता। कांग्रेस के घोषणापत्र जारी होने के
कुछ घंटे के भीतर ही भाजपा ने उस पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए।
अरुण
जेटली ने कहा कि कांग्रेस के घोषणापत्र में कहा गया है कि वे जो वादे करते
हैं, उसे निभाते हैं। जबकि इस घोषणा-पत्र में ऐसी बातें हैं जो देश को
तोड़ने वाली हैं और देश की एकता के खिलाफ हैं। कांग्रेस की नीतियों पर सवाल
उठाते हुए जेटली ने कहा कि नेहरू-गांधी परिवार ने जम्मू कश्मीर को लेकर जो
ऐतिहासिक भूल की थी, उसके लिए माफ नहीं किया जा सकता पर अब ये उस एजेंडे
को फिर आगे बढ़ा रहे हैं।
उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस की तरफ से
किए गए बड़े-बड़े वादे नासमझी में किए गए हैं। जेटली ने आरोप लगाया कि
कांग्रेस का आज का नेतृत्व जिहादियों और माओवादियों के चंगुल में है। वे
घोषणा पत्र में कह रहे हैं कि भारतीय दंड संहिता से धारा 124-ए को हटा दिया
जाएगा और देशद्रोह करना अब अपराध नहीं होगा। जो पार्टी ऐसी घोषणा करती है,
वह एक भी वोट की हकदार नहीं है। कांग्रेस अध्यक्ष ने जो खतरनाक वादे किए
हैं, देश की जनता उन्हें यह अवसर ही नहीं देगी।
जेटली ने कहा कि वैसे
तो एक ड्राफ्टिंग कमेटी थी, लेकिन ऐसा लगता है कि जम्मू और कश्मीर से जुड़े
कुछ अहम बिंदुओं की ड्राफ्टिंग कांग्रेस अध्यक्ष के टुकड़े टुकड़े गैंग के
दोस्तों ने तैयार की है। न्याय योजना पर सवाल उठाते हुए केंद्रीय मंत्री
ने कहा कि इसकी कुछ बातें सामने आई हैं। आज पता चला है कि यह केंद्र की
योजना नहीं है इसके साधन केंद्र से भी आएंगे और राज्य से भी आएंगे। पहले
दिन कांग्रेस ने तो नहीं कहा था कि यह केंद्र और राज्य की संयुक्त स्कीम
है।
सशस्त्र बल विशेष अधिकार कानून (अफस्पा) को लेकर कांग्रेस के वादे
पर जेटली ने पलटवार करते हुए उन्होंने कहा, कांग्रेस घोषणापत्र में कहा गया
है कि नियमों और कानूनों की समीक्षा की जाएगी। भारत को दुनिया में सबसे
अधिक आतंकवाद झेलना पड़ा है। जो देश को तोड़ना चाहते थे, वे देश में पहले
से ही सक्रिय थे। हमने जम्मू-कश्मीर, दक्षिण, मध्य, पूर्वोत्तर और पंजाब
में अलगाववादी और हिंसक आंदोलन देखे हैं। अब इस समस्या को कई क्षेत्रों में
काफी हद तक काबू कर चुके हैं। हमने जम्मू-कश्मीर का बड़ा हिस्सा खोया।
उन्होंने
कहा कि जिस प्रावधान को इंदिरा, नेहरू, राजीव, मनमोहन ने छूने का प्रयास
तक नहीं किया। अब वे कह रहे हैं कि यह राजद्रोह का प्रावधान हटा दिया
जाएगा।
किसानों की कर्ज माफी के मुद्दे पर जेटली ने कहा कि कांग्रेस
शासित राज्यों में किसानों की कर्ज माफी पर सांकेतिक कदम भी नहीं उठाए गए।
कांग्रेस ने अपने घोषणा-पत्र में कश्मीरी पंडितों की तकलीफ का जिक्र तक
नहीं किया। उन्होंने कहा कि धर्मनिरपेक्षता के नाम पर ही उनका जिक्र तो कर
ही देते।