रिश्वत लेते रंगेहाथों धरा गया लोनिवि का प्रधान लिपिक

हल्द्वानी। विजिलेंस की टीम ने बीते बृहस्पतिवार शाम लोनिवि के प्रधान लिपिक को सरस मार्केट में ठेकेदार से पांच हजार रुपये घूस लेते रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया। आरोपित लिपिक अधीक्षण अभियंता नैनीताल के कार्यालय में तैनात है।
सतर्कता विभाग के एसपी डॉ. अमित कुमार श्रीवास्तव के अनुसार शिकायतकर्ता लोक निर्माण विभाग का पंजीकृत ठेकेदार है। उसने लालकुआं तहसील भवन का 2015 में ठेका लिया था। विभाग के पास बजट न होने के कारण काम बीच में रुक गया, लेकिन इस साल काम पूरा हो गया। काम के संबंध में ठेकेदार ने लोनिवि को एक प्रार्थनापत्र दिया था। साथ ही वह अधीक्षण अभियंता द्वितीय वृत्त नैनीताल के प्रधान लिपिक प्रदीप चंद्र पांडे से मिला।
प्रदीप पांडे ने अधीक्षण अभियंता से काम कराने के लिए दस हजार रुपये मांगे। ठेकेदार ने चार हजार रुपये प्रधान लिपिक को दिए। 22 अक्तूबर को प्रधान लिपिक ने ठेकेदार को काम स्वीकृत होने की सूचना दी। साथ ही पत्रावली आगे बढ़ाने के लिए प्रदीप ने ठेकेदार से बाकी छह हजार रुपये की मांग की। काफी अनुरोध करने पर प्रधान लिपिक पांच हजार रुपये देने पर काम करने के लिए तैयार हो गया।
परेशान ठेकेदार ने इस मामले में 23 अक्तूबर 2019 को सतर्कता विभाग कार्यालय में जाकर अधिकारियों को अधीक्षण अभियंता के प्रधान लिपिक के खिलाफ लिखित शिकायत की। इस मामले में सतर्कता विभाग के एसपी ने प्राथमिक जांच कराई। जांच सही पाए जाने पर एसपी ने निरीक्षक पीके उप्रेती के नेतृत्व में लिपिक को पकड़ने के लिए एक दस्ते का गठन किया। योजना के तहत ठेकेदार ने सरस मार्केट में प्रधान लिपिक को बुलाकर पांच हजार रुपये दिए।
इसी समय सतर्कता विभाग की टीम ने प्रधान लिपिक को रंगेहाथों पकड़ लिया। प्रदीप चंद्र पांडे जेके पुरम मुखानी का रहने वाला है। सतर्कता विभाग ने प्रदीप पांडे के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। उसे शुक्रवार को अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा। आरोपी के बयान के आधार पर सतर्कता विभाग की टीम लोनिवि के अधिकारियों से पूछताछ करेगी।
एसपी अमित कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि वरिष्ठ लिपिक की गिरफ्तारी की जानकारी मिलने पर सतर्कता विभाग के निदेशक ने पुलिस टीम को पांच हजार नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है। उन्होंने भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए टोल फ्री नंबर 18001806666 पर सूचना देने और फेसबुक, वाट्सएप नंबर 9456592300 पर भी सतर्कता विभाग को जानकारी देने की अपील की है।

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