हेम्प के रेशे बनाने की मशीन के लिये सीएम ने दिए 10 लाख

सराहनीय पहल

  • दिल्ली से आकर यमकेश्वर में आर्किटेक्ट नम्रता और गौरव ने शुरू किया स्टार्ट अप
  • हेम्प से उत्पाद बनाने का स्टार्ट अप शुरू कर युवाओं को दिखाई स्वरोजगार की राह


देहरादून। यमकेश्वर ब्लॉक के कंडवाल गांव में हेम्प से विभिन्न उत्पाद तैयार करने वाले गौरव व नम्रता को मशीन खरीदने के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सीएम विवेकाधीन कोष से 10 लाख रूपए की राशि का चेक प्रदान किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पेशे से आर्किटेक्ट नम्रता व गौरव ने यमकेश्वर जैसे दूरदराज ब्लॉक के गांव में हेम्प से उत्पाद बनाने का स्टार्ट अप शुरू कर अन्य युवाओं को स्वरोजगार की राह दिखाई है। उन्होंने बताया है कि किस प्रकार से स्थानीय रूप से उपलब्ध संसाधनों का प्रयोग कर स्वयं के साथ ही अन्य लोगों को रोजगार दिया जा सकता है।
गौरव और नम्रता ने बताया कि वे दोनों दिल्ली में रहते थे। काफी रिसर्च के बाद उन्होंने पहाड़ में पाए जाने वाले हेम्प को रोजगार का साधन बनाने का निर्णय किया। वर्तमान में वे इसके बीज के तेल से साबुन बना रहे हैं। इससे भवन निर्माण में प्रयोग होने के लिए ईंटें भी बनाई जा सकती हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उन्होंने हेम्प से ग्रामीण आर्थिकी में सुधार पर जानकारी दी थी। मिनिस्ट्री ऑफ हाउसिंग के स्पेशल पब्लिकेशन में ‘हेम्प की भवन निर्माण तकनीक’ पर उनकी रिसर्च पर लेख भी प्रकाशित हुआ था।

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