देहरादून। सेना में भर्ती के लिए मोदी सरकार ने जिस ‘अग्निपथ’ योजना की घोषणा की है, उसे लेकर देशभर के युवा केंद्र सरकार के विरोध में उतर चुके हैं। इसी कड़ी में उत्तराखंड में भी विरोध के सुर उठने लगे हैं। खटीमा, पिथौरागढ़ के बाद आज गुरुवार को बागेश्वर जिले के युवाओं ने भी जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर मोदी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इससे पहले खटीमा में भी सैकड़ों युवाओं ने सड़कों पर उतर कर अग्निपथ योजना का पुरजोर विरोध किया। उधर सीमांत जनपद पिथौरागढ़ में भी अग्निपथ योजना के विरोध में युवाओं ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया। इस दौरान युवाओं ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को ज्ञापन भेजकर आर्मी परीक्षा जल्द करवाने और अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग की है।
आज गुरुवार को बागेश्वर में युवाओं ने जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि मोदी सरकार अग्निपथ योजना लाकर युवाओं के भविष्य को अंधकारमय करने का कार्य कर रही है। जिस उम्र में युवाओं को रोजगार करना चाहिए, इस योजना के तहत उस उम्र में युवाओं को घर भेज दिया जाएगा।
खटीमा में युवाओं ने कहा कि दो वर्ष पूर्व सेना की फिजिकल और मेडिकल की परीक्षा के बाद वे परीक्षा का इंतजार कर रहे थे। अब सरकार ने नई योजना लाकर उस परीक्षा को निरस्त कर दिया है। मोदी सरकार युवाओं के साथ खिलवाड़ कर रही है। जिसे किसी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. युवाओं ने जल्द लिखित परीक्षा कराने की मांग की. इसके साथ ही अग्निपथ योजना को वापस न लिए जाने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
सीमांत जनपद पिथौरागढ़ में भी अग्निपथ योजना के विरोध में युवाओं ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया। सैकड़ों युवाओं ने इकट्ठा होकर सिल्थाम तिराहे पर चक्का जाम किया। उन्होंने कहा कि सरकार युवाओं के हाथों से रोजगार का एक बड़ा साधन छीन रही है। जाम के बाद युवाओं ने नगर में विशाल जुलूस निकाला और कलेक्ट्रेट के समक्ष जोरदार प्रदर्शन कर अग्निपथ योजना को वापस लिए जाने की मांग की।