त्रिवेंद्र ने कहा, पूर्व सैनिकों और उनके परिजनों के कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता

देहरादून। उत्तराखंड वीरों की भूमि है। यहां कोई भी गांव ऐसा नहीं है जहां के लोग सेना से न जुड़े हों। सेवानिवृत्त होने के बाद ज्यादातर पूर्व सैनिक अपने पैतृक गांवों में लौटकर अपने जीवन की दूसरी पारी की शुरुआत करते हैं। पूरे देश में आबादी के अनुपात में सबसे अधिक पूर्व सैनिक उत्तराखंड में निवास करते हैं। ऐसे में त्रिवेंद्र सरकार ने पूर्व सैनिकों को पुनः रोजगार के अवसर प्रदान करने के साथ ही उनके परिजनों, खासतौर पर उनकी पत्नी और बेटे बेटे बेटियों को आर्थिक सुरक्षा कवच प्रदान करने के साथ ही विभिन्न कल्याणकारी योजनायें शुरू की हुई हैं। जो शायद अन्य राज्यों की अपेक्षा उत्तराखंड में सबसे अधिक है। जिनमें से निम्न मुख्य हैं…
पूर्व सैनिकों/सैनिक विधवाओ और उनके आश्रितों को उत्तराखण्ड सैनिक पुनर्वास संस्था द्वारा देय आर्थिक सहायता सामान्य शिक्षा हेतु छात्रवृत्ति। मेधावी छात्रवृत्ति। पूर्व सैनिकों के अनाथ बच्चे एवं सैन्य विधवाओं के बच्चों हेतु छात्रवृत्ति। सैनिक स्कूल/आरआईएमसी, मिलिट्री स्कूल एनडीए, आईएमए/ओटीए/एयर फोर्स /नेवल अकादमी में प्रवेश पाने वाले पूर्व सैनिकों एवं सैनिक विधवाओं के आश्रितों को एकमुश्त प्रोत्साहन एनडीए, आईएमए, ओटीए, सिविल सेवा, पीसीएस, एमबीबीएस, आईएचएम, आईआईटी, आईआईएम में चयन होने पर पूर्व सैनिकों एवं सैनिक विधवाओं के आश्रितों को कोचिंग व्यय की प्रतिपूर्ति हेतु अनुदान। झ पूर्व सैनिकोंध्सैनिक विधवाओं के बच्चों को खेलों के प्रति आकर्षित किये जाने हेतु प्रदेश, राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर में प्रतिभाग करने पर प्रोत्साहन राशि।
→ सैनिक कल्याण विभाग द्वारा संचालित भर्ती पूर्व प्रशिक्षण से प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरान्त सेना, सीपीओज, अर्द्धसैनिक बल तथा राज्य पुलिस में चयन होने पर अनुदान। राज्य के युद्ध विकलांग पूर्व सैनिकों को मान्यता प्राप्त प्रशिक्षण संस्थानों से रोजगारपरक तथा कौशल विकास परक कोर्स करने हेतु अनुदान।
– चिकित्सा अनुदान। पूर्व सैनिकों द्वारा पुनर्वास हेतु लिए गए ऋण में छूट। पूर्व सैनिक विधवाओ की पुत्रियों पूर्व सैनिकों की अनाथ पुत्रियों (दो विधिक पुत्रियों तक) की शादी हेतु अनुदान। – सैनिक विधवाओं द्वारा पुर्नविवाह करने पर आर्थिक सहायता। – सिलाई/बुनाई मशीन अनुदान दैवीय आपदा हेतु सहायता पूर्व सैनिकोंध्सैनिक विधवाओं एवं उनके आश्रितों को राज्य सरकार द्वारा देय आर्थिक सहायता वीरता पदक अनुदान राशि राज्य के वीरता पदक से अलंकृत सैनिकों को देय अनुदान में वृद्धि कर देश में सबसे अधिक अनुदान देने वाले राज्य का दर्जा प्राप्त। वीरता पदक प्राप्तकर्ता सैनिकों एवं उनकी विधवाओं को दी जाने वाली वार्षिकी राशि 30 वर्ष के स्थान पर आजीवन ब्लाक प्रतिनिधियों की नियुक्ति।
शहीद हुये सैनिकों व अर्द्ध सैनिक बलों की विधवाओं/  आश्रितों को एकमुश्त 10,000,00 रुपये अनुदान अनुमन्य कर दिया गया है। शहीद सैनिकों की विधवाओं और युद्ध अपंगता के कारण सेवामुक्त हुए सैनिकों को आवासीय सहायता अनुदान 2,00,000 रुपये दिया जा रहा है।  सेवारत र्व सैनिकों को 25 लाख तक की स्थावर सम्पत्ति के अन्तरण पर 25 प्रतिशत स्टाम्प ड्यूटी में छूट अनुमन्य कर दी गयी है।
शहीद हुए सैनिकों के परिवार के एक आश्रितों को समूह ग में सीधी भर्ती द्वारा नियुक्ति। द्वितीय विश्व युद्ध के पूर्व सैनिकों एवं उनकी विधवाओ को जिन्हे किसी भी श्रोत से पेंशन नही मिल रही है। दिनांक 05 दिसम्बर 2017 से पेंशन की राशि को 4000 रुपये से बढ़ाकर 8000 प्रतिमाह किया गया है। – राज्य में जो सेवारत पूर्व सैनिक स्वयं के मकान में निवास कर रहे हैं, को गृहकर से मुक्त रखा गया है।
मुख्यमंत्री कारगिल शहीद परिवार सहायता कोष से इंजीनियरिंग, मेडिकल एवं पीएचडी शिक्षा हेतु कमशः 12,000-15,000 रुपये तथा 10,000  रुपये प्रतिवर्ष छात्रवृत्ति झ पूर्व सैनिकों को राज्य सरकार की सेवाओं में समूह ग की रिक्तियों में 5 प्रतिशत का क्षैतिज आरक्षण अनुमन्य है। पूर्व सैनिकों, सैनिक विधवाओं तथा उनके आश्रितों कम्प्यूटर प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
– जनपद देहरादून और उधमसिंह नगर में पूर्व सैनिकों के पुत्रों को सेनाध्पुलिस बलों में भर्ती हेतु 8 हफ्ते का भर्ती पूर्व प्रशिक्षण। वर्तमान में 36 सैनिक विश्राम गृह राज्य में संचालित। केन्द्रीय सैनिक बोर्ड से मिलने वाली आर्थिक सहायता तथा सुविधायें। झ सभी वर्ग के नान-पेंशनर्स पूर्व सैनिकों हेतु पैन्यूरी ग्रान्ट (65 वर्ष की आयु से अधिक)। मेडिकल ग्रान्ट(नान-ईसीएचएस मेम्बर हेतु)। – मकान मरम्मत हेतु अनुदान। → विधवाओं को पूर्व सैनिक के दाह संस्कार हेतु अनुदान – पूर्व सैनिकों एवं सैनिकों की विधवाओं की दो पुत्रियों के विवाह तथा विधवाओं के पुर्नविवाह हेतु अनुदान। शिक्षा अनुदान निराश्रित अनुदान (वार्षिकी)। विधवा हेतु वोकेशनल प्रशिक्षण पर होने वाले व्यय की प्रतिपूर्ति। एनडीए में प्रशिक्षण के दौरान देय भत्ता। पूर्व सैनिक के 100 प्रतिशत विकलांग बच्चों हेतु अनुदान। – प्रधानमंत्री छात्रवृत्ति योजना। इंजीनियरिंग, मेडिकल, डेन्टल, वेटरिनरी, एमबीए, एमसीए, फार्मा, नर्सिग, बीएड, एमएड, बीपीएड, एमपीएड, यूजी/पीजी फिजीओथेरेपी व लॉ इत्यादि हेतु।
भारतीय सेना पूर्व सैनिक निदेशालय, नई दिल्ली से मिलने वाली आर्थिक सहायता तथा सुविधायें। शिक्षा अनुदान (बच्चों हेतु)। झ विधवा की उच्च शिक्षा हेतु अनुदान झ कम्प्यूटर अनुदान – गतिशील उपकरण शहीद सैनिक की पुत्री के विवाह तथा विधवा पुर्नविवाह हेतु सैनिक कल्याण विभागध् सैनिक पुनर्वास संस्थाध् केन्द्र सरकार द्वारा संचालित समस्त योजनाओं की अधिक जानकारी हेतु अपने जिला सैनिक कल्याण कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं।

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