देहरादून। यमुनोत्री धाम का पैदल भैरव मंदिर पास जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गया है। आज बुधवार को दूसरे दिन भी मार्ग खोलने के प्रयास शुरू नहीं हुए हैं। गंगोत्री व यमुनोत्री हाईवे पर यातायात सुचारू है। वहीं बदरीनाथ हाईवे तोताघाटी में खुल गया है, लेकिन भनेरपानी और पागलनाला में अवरुद्ध पड़ा हुआ है। बिरही-निजमुला सड़क दूसरे दिन भी फिलहाल बंद है।
ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे तोताघाटी के पास सातवें दिन बुधवार को खुल गया है। इसके अलावा तपोवन से देवप्रयाग के बीच जगह-जगह राजमार्ग पर मलबा गिरा हुआ है। बारिश होने पर बदरीनाथ हाईवे कुछ दिन से लगातार बंद हो रहा है। 26 अगस्त की रात और 27 अगस्त की सुबह तपोवन से देवप्रयाग के बीच लगभग 60 किलोमीटर के क्षेत्र में 18 से अधिक स्थानों पर मलबा आ गिरा था। तोताघाटी से करीब एक किमी आगे ऋषिकेश की ओर चट्टान टूटने के साथ इसी के समीप पुश्ता ध्वस्त हो गया था। इससे यातायात पूरी तरह बाधित हो गया था। जिला प्रशासन टिहरी ने भी खतरे को देखते हुए 27 अगस्त को आदेश जारी करते हुए अग्रिम आदेश तक राजमार्ग पर यातायात प्रतिबंधित कर दिया था।
पीपलकोटी में अतिवृष्टि से बिरही-निजमुला सड़क टीटरी गदेरे के उफान पर आने से करीब 40 मीटर तक बह गई है। सड़क बंद होने से निजमुला घाटी के 17 गांवों में रसोई गैस के साथ ही आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई ठप हो गई है। दो दिन पूर्व अतिवृष्टि से निजमुला मार्ग मलबा आने से बंद हो गया था। लेकिन सोमवार रात को हुई भारी बारिश से टीटरी गदेरा उफान पर आ गया और सड़क पूरी तरह ध्वस्त हो गई। सड़क पर बड़े-बड़े बोल्डर अटके हुए हैं, जिससे ग्रामीण पैदल आवाजाही भी नहीं कर पा रहे हैं।