घसियारी कल्याण योजना का शाह करेंगे शुभारंभ, तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे त्रिवेंद्र

  • पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का ड्रीम प्रोजेक्ट रही है यह योजना, तीन रुपये प्रति किलो की दर से मिलेगा पैक्ट हरा चारा

देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के कार्यकाल की सबसे महत्वकांक्षी योजनाओं में शुमार घसियारी कल्याण योजना का 30 अक्टूबर को शुभारंभ होने जा रहा है। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह देहरादून से इस योजना की शुरुआत करेंगे। इस कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए बड़े पैमाने पर तैयारियां की जा रही हैं। इन्हीं तैयारियों का जायजा लेने पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत कार्यक्रम स्थल पहुंचे। उनके साथ प्रदेश के सहकारिता मंत्री डा. धन सिंह रावत भी मौजूद रहे। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि मेरी स्वपनिल और महत्वकांक्षी योजना मुख्यमंत्री घसियारी योजना का राज्य के सहकारिता विभाग द्वारा 30 अक्टूबर को मुहूर्त किया जा रहा है।

यह योजना पहाड़ की संवेदनाओं से जुड़ी हुई है। अक्सरपर्वतीय क्षेत्रों में घास लेने के लिए महिलाओं और पुरूषों को दूर जंगलों में जाना पड़ता है, जिससे कई बार लोग पेड़ से गिरकर घायल हो जाते हैं या जंगली जानवरों के हमले में अपनी जान तक गंवानी पड़ती है। इस दर्द को दूर करने के लिए यह योजना बनाई गई है। सहकारिता विभाग लगभग आधे दामों पर तीन रुपये प्रति किलो की दर पर पैक्ट, सुरक्षित, प्रकृतिक गुणों से भरपूर और हाईजीनिक हराभरा चारा गांव तक पहुंचाएगा। जिससे दूध उत्पादन भी बढ़ेगा, पशुओं को चारा भी कम खिलाना पड़ेगा और सुविधाजनक तरीके से लोग इसका इस्तेमाल लोग कर सकेंगे।

उन्होंने आगे कहा कि पहाड़ों, गांवों में तीन चार घंटे महिलाएं दूर जंगलों में घास काटने में लगाती हैं, इस योजना से महिलाओं का समय बचेगा जिससे महिलाएं उस समय का प्रयोग कर रोजगार से भी जुड़ सकेंगी। त्रिवेंद्र रावत ने राज्य सहकारिता मंत्री और केंद्रीय सहकारिता मंत्री को घसियारी कल्याण योजना के महत्व को समझने के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि घसियारी योजना से जीवन स्तर पर परिवर्तन आएगा।

क्या है मुख्यमंत्री घसियारी योजना

घसियारी कल्याण योजना से प्रदेश के पर्वतीय ग्रामीण इलाकों की करीब तीन लाख महिलाओं के कंधे का बोझ कम होगा। इस योजना के तहत महिलायों को पशुओं के चारे के लिए अब दूर जंगलों में नहीं जाना पड़ेगा। इस योजना का लाभ ग्रामीण क्षेत्रों में पशु पालने वाले लोगों को मिलेगा। घसियारी कल्याण योजना के तहत लाभार्थियों को 3 रुपये प्रति किलो के दर से चारा व अन्य पौष्टिक आहार उपलब्ध करवाया जाएगा। सरकार एक ओर जहां मक्के की खेती कराने में सहयोग देगी तो दूसरी ओर उनकी फसलों का क्रय भी करेगी। घसियारी कल्याण योजना का लाभ लेने के लिए राज्य के लाभार्थियों को आवेदन करना होगा। जिसके लिए सरकार द्वारा उत्तराखंड सरकार पोर्टल लांच किया गया है। इस पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट uk.gov.in पर जा कर राज्य के सभी इच्छुक लाभार्थी आवेदन प्रकिया को पूरा कर सकते हैं। 

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