पहलवान बजरंग ने भारत को दिलाया छठा मेडल

  • भारतीय रेसलर ने कजाकिस्तान के पहलवान दौलत नियाजबेकोव को 8-0 से किया पराजित

टोक्यो। टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल से चूकने के बाद भारत के स्टार पहलवान बजरंग पूनिया फ्री स्टाइल कुश्ती के 65 किलोग्राम वर्ग में आज शनिवार को ब्रॉन्ज मेडल के लिए खेले। उनका मुकाबला कजाकिस्तान के दौलत नियाजबेकोव से हुआ। जिसमें बजरंग ने बेहद शानदार प्रदर्शन करते हुए 8-0 से दौलत को धूल चटाई। बजरंग की जीत के साथ भारत को टोक्यो ओलंपिक का छठा मेडल मिल गया है।
क्वार्टर फाइनल में शानदार शुरुआत करने के बाद बजरंग सेमीफाइनल मुकाबला हार गए थे। बजरंग के पिता का कहना है कि बेटा आज तक कभी खाली हाथ नहीं लौटा है। पूरे देश की दुआएं उसके साथ हैं। एक महीना पहले उसके घुटने में चोट लग गई थी, फिर भी वह सेमीफाइनल तक पहुंचा। चोट की वजह से वह अटैकिंग नहीं खेल पाया।

सेमीफाइनल में बजरंग अजरबैजान के हाजी अलीयेव से 12-5 से हार गए थे। अलीयेव के खिलाफ मैच में शुरुआती मिनट में ही बजरंग ने एक पॉइंट की बढ़त बना ली थी, लेकिन अजरबैजान के पहलवान ने बजरंग पर उन्हीं का दांव लगा दिया। हाजी अलीयेव फाइनल में पहुंचने में कामयाब हुए, इसलिए बजरंग को रेपचेज के जरिए ब्रॉन्ज मेडल के लिए लड़ने का मौका मिल रहा है।

सेमीफाइनल में भी जब डेढ़ मिनट बाकी रह गए थे, तब बजरंग ने फितले दांव लगाने की कोशिश की। उन्हें लगा कि वह वापसी कर लेंगे, लेकिन दांव उल्टा पड़ा और बजरंग 2 पॉइंट गंवा बैठे। इसके बाद उनकी वापसी असंभव हो गई। फितले दांव की मदद से अजरबैजान के पहलवान ने बजरंग के खिलाफ कई पॉइंट बंटोरे।
65 किलोग्राम वेट कैटेगरी के क्वार्टर फाइनल मैच में पूनिया ने एशियाई चैंपियनशिप के ब्रॉन्ज मेडलिस्ट ईरान के मोर्टेजा घियासी को हराकर जीत हासिल की थी। क्वार्टर फाइनल में बजरंग एक समय 1-0 से पिछड़ रहे थे। इसके बाद आखिरी मिनट में बजरंग ने 2 पॉइंट हासिल किए। फिर उन्होंने ईरानी पहलवान को चित करते हुए मुकाबले से ही बाहर कर दिया। बजरंग को विक्ट्री बाय फॉल रूल से विजेता करार दिया गया।
बजरंग ने ओलंपिक का आगाज जीत से किया। उन्होंने प्री-क्वार्टर फाइनल में किर्गिस्तान के एर्नाजर अकमातालिवे पर तकनीकी आधार पर जीत हासिल की। बजरंग ने एक वक्त किर्गिस्तान के पहलवान पर 3-1 की लीड ले ली थी। आखिरी कुछ सेकंड में अकमातालिवे ने वापसी की और 2 बार पूनिया को रिंग से बाहर कर 2 पॉइंट हासिल किए। इसके बाद स्कोर 3-3 से बराबर हो गया था। मैच समाप्त होने पर किसने एक साथ ज्यादा पॉइंट हासिल किए, इस पर मैच का नतीजा निकला। बजरंग ने एक साथ 2 पॉइंट बनाए थे। इस आधार पर उन्हें विजेता घोषित किया गया।

भारत को टोक्यो ओलंपिक में अब तक 6 मेडल : भारत ने टोक्यो ओलंपिक में अब तक 6 मेडल जीते हैं। मीराबाई चानू ने वेटलिफ्टिंग में सिल्वर, पीवी सिंधु ने बैडमिंटन में ब्रॉन्ज और लवलिना बोरगोहेन ने बॉक्सिंग में ब्रॉन्ज मेडल जीता है। गुरुवार को भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने ब्रॉन्ज और कुश्ती में रवि दहिया ने सिल्वर मेडल जीता। यह 2012 लंदन ओलंपिक के बाद भारत का दूसरा सबसे सफल ओलंपिक बन गया है।
कुश्ती में भारत को अब तक 6 ओलंपिक मेडल : पहलवान सुशील ने भारत के लिए ओलंपिक में दो मेडल जीतने का रिकॉर्ड बनाया था। सुशील ने 2008 बीजिंग ओलंपिक में ब्रॉन्ज और 2012 लंदन ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीता था। रवि को मिलाकर भारत ने कुश्ती में 6 मेडल जीते हैं। जबकि योगेश्वर दत्त ने 2012 में ब्रॉन्ज, साक्षी मलिक ने 2016 रियो ओलंपिक में ब्रॉन्ज जीता था। केडी जाधव भारत के लिए ओलंपिक रेसलिंग में मेडल जीतने वाले पहले रेसलर थे। उन्होंने 1952 हेलसिंकी ओलंपिक में यह कारनामा किया था।

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