परिसंपत्तियों के मामले में यूपी- उत्तराखंड में अब कोई विवाद नहीं : आदित्यनाथ

  • त्रिवेंद्र सिंह रावत और यूपी के मुख्यमंत्री कपाट बंद होने के मौके पर श्री केदारनाथ में की पूजा अर्चना

देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज सोमवार को कपाट बंद होने के मौके पर श्री केदारनाथ में पूजा अर्चना की। उन्होंने इस अवसर पर उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड व सभी देशवासियों के सुख चैन, कुशलता व सुरक्षा की कामना की। इस मौके पर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि परिसंपत्तियों के मामले में दोनों राज्यों में अब किसी तरह का कोई विवाद नहीं है।
बारिश एवं बर्फवारी के साथ करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था के प्रतीक 11वें ज्योर्तिलिंग श्री केदारनाथ धाम के कपाट परंपरानुसार व वैदिक उच्चारण के बाद आगामी छह माह के लिए बंद कर दिए गए हैं। अगले छह महीने बाबा केदार ऊखीमठ में लीन रहेंगे। भैयादूज के अवसर पर आज प्रातः 8ः30 बजे श्री केदारनाथ के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो गये है। इससे पहले सुबह 6ः30 बजे भगवान भैरवनाथ जी को साक्षी मानकर गर्भगृह को बंद किया गया तथा साढ़े आठ बजे सभा मंडप तथा मुख्य द्वार को बंद कर दिया गया।

कपाट बंद होने के मुहूर्त पर हुई बर्फबारी को शुभ मानते हुए त्रिवेंद्र ने समस्त प्रदेश वासियों की सुख-समृद्धि की मंगल कामना की। वहीं योगी आदित्यनाथ भी कपाट बंद होने पर हो रही बर्फबारी से गदगद दिखे।
इस अवसर पर आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड की परिसंपत्तियों के विषय पर कहा कि दोनों राज्यों में अब किसी तरह का कोई विवाद नहीं है।अलकनंदा अतिथि गृह हरिद्वार के विषय में कहा कि यह मामला उच्च न्यायालय में भी लंबित रहा जिसको लेकर आपसी सहमति से इसे उत्तराखंड सरकार को दिए जाने पर सहमति बनी तथा यहीं पर एक अन्य अतिथि गृह बनाया गया है जिस पर यूपी सरकार का स्वामित्व होगा। उन्होंने श्री केदारनाथ धाम में हो रहे पुनर्निर्माण कार्यों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की। कहा कि मोदी के कुशल मार्गदर्शन में उत्तराखंड सरकार द्वारा यहाँ पर बहुत बेहतर कार्य किए जा रहे हैं।

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