नई दिल्ली/देहरादून। भारत के सबसे ताकतवर लोगों की सूची जारी हो गई है। इस सूची में देश भर के सभी क्षेत्रों के हस्तियों को शामिल किया गया है। इस सूची में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले नंबर पर जगह बनाई है। टॉप 10 में शामिल होने वाली हस्तियों की बात करें तो गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (आरएसएस) के नेता भी शामिल हैं, साथ ही मशहूर बिजनेसमैन गौतम अडानी, चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ को भी टॉप 10 में जगह मिली है।
दरअसल, यह सूची द इंडियन एक्सप्रेस ने जारी की है जिसमें 2024 के सबसे शक्तिशाली 100 भारतीयों के बारे में बताया गया है। इस लिस्ट में पीएम मोदी को पहले नंबर रखा गया है जबकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को 16वें पायदान पर जगह मिली। वहीं, आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 18वें नंबर पर रखा गया है। वहीं, BCCI सचिव 35वें स्थान पर हैं। इसके अलावा एमएस धोनी – 58वें, रोहित शर्मा- 68वें और विराट कोहली- 38वें स्थान पर है। इस लिस्ट में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी 61 पद पर हैं। बता दें पिछले साल सीएम धामी इस लिस्ट में 93 पद पर थे।
शक्तिशाली भारतीयों की सूची में सीएम धामी का नाम शामिल…
उत्तराखंड के पुष्कर सिंह धामी ने कठिन निर्णय लेने और अपने वादों को पूरा करने की क्षमता का प्रदर्शन किया है। सीएम धामी को एक युवा चेहरे के रूप में देखा जाता है और उनकी छवि साफ-सुथरी है। वर्दी जैसी प्रतिबद्धताओं को पूरा करने में उनकी सफलता, नागरिक संहिता (यूसीसी), हिंसा से तुरंत निपटने के लिए, हल्द्वानी और सिल्क्यारा में उनकी सक्रिय भागीदारी, बेंड-बारकोट सुरंग बचाव अभियानों ने इस धारणा को मजबूत किया है।
सीएम धामी की ये उपलब्धियां…
● 30 से अधिक नीतियों के सफल कार्यान्वयन के माध्यम से नीति-संचालित राज्य के रूप में मान्यता अर्जित करना।
● उत्तराखंड में एक भव्य कन्वेंशन सेंटर बनाने की योजना।
● उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 सफलतापूर्वक संपन्न।
● समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर के माध्यम से कुल 3.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश समझौतों को औपचारिक रूप दिया गया।
● सफल ‘मेक इन इंडिया’ पहल के नक्शेकदम पर चलते हुए ‘वेड इन इंडिया’ अभियान शुरू करने की वकालत करना।
● हिमालय का ब्रांड हाउस लॉन्च किया गया।
● समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर के माध्यम से कुल 3.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश समझौतों को औपचारिक रूप दिया गया।
● 44 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों पर क्रियान्वयन शुरू हो गया है।