हल्द्वानी। बनभूलपुरा में भड़की हिंसा के आरोपियों की धरपकड़ और कार्रवाई का दौर जारी है। इस दंगे के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक से अब 2.68 करोड रुपये की वसूली की जाएगी अब्दुल मलिक ही इस पूरे घटनाक्रम का मास्टरमाइंड था। इस पूरे मामले में 68 दंगाइयों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। लेकिन मास्टर माइंड अब्दुल मलिक अब तक फरार है। अब्दुल मलिक के बारे में खुलासा हुआ है कि वो हिंसा वाले दिन शहर में ही थी। हल्द्वानी हिंसा के बाद वो अपने परिवार के साथ फरार हो गया। अब्दुल मलिक ने हिंसा से एक दिन पहले ही अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया था।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मलिक अपने मोबाइल फोन और सिम का उपलोग नहीं कर रहा था। बल्कि उसने एक नया फओन लिया था। जिसका वो अब तक प्रयोग कर रहा है। इसके साथ ही दावा किया जा रहा है कि हिंसा से पहले उसे हल्द्वानी में देखा गया था। सूत्र कहते हैं कि कुर्की के दौरान कोठी से जिंदा और इस्तेमाल हुए कारतूस निकले। बताया यह भी जा रहा है कि मलिक के नाम पर शस्त्र लाइसेंस नहीं है, ऐसे में कोठी से कारतूस की बरामदगी बड़े सवाल खड़े कर रही है और वो भी इस्तेमाल कारतूस। ऐसा माना जा रहा है कि इन कारतूस का इस्तेमाल दंगे के लिए किया गया होगा।
बता दें पुलिस अब अब्दुल मलिक के करीबियों से पूछताछ कर सकती है। जल्द ही करीबियों के घरों को भी खंगाल सकती है। पुलिस अब्दुल मलिक के खास लोगों की सूची भी तैयार कर रही है। घटना से पहले मलिक किन-किन लोगों से अधिक बात कर रहा था। ऐसे नंबरों को भी चिह्नित कर रही है। आठ फरवरी को हुए बनभूलपुरा उपद्रव के बाद से अब्दुल मलिक व उसका बेटा अब्दुल मोईद समेत चार आरोपी अभी फरार हैं। पुलिस सभी वांटेड के घरों की कुर्की कर चुकी है। जल्द ही इन आरोपियों पर इनाम घोषित हो सकता है। हल्द्वानी, बरेली, दिल्ली और हरियाणा में दबिश देने पर मलिक व उसके बेटे के बारे में पता नहीं चला है।