Delhi Chalo March: दिल्ली की सीमाओं पर पिछले काफी दिनों से डटे किसान आज एक बार फिर से राजधानी में कूच की कोशिश कर रहे हैं। इस बीच पुलिस और सुरक्षा बल पूरी तरह से अलर्ट मोड पर हैं। हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर पर मौजूद किसानों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए पुलिस ने आज एक बार फिर से आंसू गैस के गोले दागे। ड्रोन के जरिए किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे गए।पुलिस की तरफ से आंसू गैस के गोले दागने के बाद वहां भगदड़ मच गई।
बता दें कि करीब 14 हजार किसान 12 हजार टैक्टर्स के साथ दिल्ली में धावा बोलने की तैयारी में हैं। लेकिन पुलिस नहीं चाहती कि इस बार 2021 जैसी कोई भी चूक हो। पिछले विरोध मार्च से सबक लेते हुए पुलिस ने इस बार सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए हैं। जगह-जगह पर सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है और किसानों की हर एक हरकत पर नजर रखी जा रही है।
किसानों द्वारा पंजाब-हरियाणा शंभू बॉर्डर से अपना ‘दिल्ली चलो’ मार्च फिर से शुरू करने पर दिल्ली के मंत्री गोपाल राय ने कहा है “केंद्र सरकार को दो काम करने की ज़रूरत है- पहला, उसे एमएसपी पर एक कानून पर अपना वादा पूरा करना चाहिए जो उसने कुछ साल पहले बनाया था; दूसरा, किसानों को दिल्ली में शांतिपूर्वक विरोध करने की अनुमति दी जानी चाहिए जब तक कि चर्चा पूरी न हो जाए।”
कृषि एवं किसान कल्याण और जनजातीय कार्य मंत्री, भारत सरकार अर्जुन मुंडा ने कहा है ” सरकार चौथे दौर के बाद पांचवें दौर में सभी मुद्दे जैसे- एमएसपी की मांग, फसल विविधीकरण, पराली का विषय, एफआईआर पर बातचीत के लिए तैयार है। उन्होंने किसान नेताओं को चर्चा के लिए दोबारा आमंत्रित करते हुए कहा कि हमें शांति बनाए रखने की जरूरत है।”