नई दिल्ली। भारत बायोटेक की इंट्रानैसल ‘फाइव आर्म्स’ कोविड बूस्टर खुराक को सीमित उपयोग के लिए मंजूरी मिल गई है। भारत के औषधि महानियंत्रक (DCGI) ने इस कोविड-19 वैक्सीन को अपनी सहमति दे दी है। जानकारी के मुताबिक बूस्टर खुराक को मंजूरी मिलने के बाद अब कोरोना की खुराक इंजेक्शन के बजाय नाक के रास्ते दी जाएगी। आपको बता दें कि अभी तक इसके प्रयोग पर रोक लगाई गई थी। वहीं, कोरोना वैक्सीनेशन की बात करें तो अभी तक भारत में इंजेक्शन के रूप में ही दिया जा रहा है।
भारत बायोटेक ने दावा किया है कि ये नेजल डोज अब तक की प्रयोग की जा रही कोरोना वैक्सीन से सबसे ज्यादा प्रभावी है। भारत बायोटेक द्वारा साझा की गई जानकारियों के मुताबिक यह नेजल वैक्सीन, अब तक प्रयोग में लाई जा रही अन्य वैक्सीन्स से काफी अलग और प्रभावी है।
इससे पहले बीबीआईएल ने इस साल सितंबर में “फाइव आर्म्स” इंट्रानैसल हेटेरोलॉगस बूस्टर खुराक की मंजूरी के लिए डीसीजीआई को आवेदन किया था। उस दौरान बीबीआईएल की तरफ से 18 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लिए आपातकालीन स्थिति में उपयोग की मंजूरी देने के लिए कहा गया था।