ग्रामीणों के उग्र प्रदर्शन के बाद तीन पुलिसकर्मी गिरफ्तार
बिहारशरीफ। बिहार में सत्तारूढ़ जदयू के एक स्थानीय नेता को पुलिस वालों ने इतनी यातना दी कि उसकी मौत हो गई तो उसके शव को थाने के अंदर शौचालय में फंदे से लटका दिया। उन्हें भी ‘पूछताछ’ के लिए थाने लाया गया था। इस घटना के बाद नालंदा जिले के उनके गांव के लोगों ने उग्र प्रदर्शन किया। जिसके बाद जिला प्रशासन के अधिकारियों ने ग्रामीणों को बताया कि नेता की मौत के संबंध में तीन पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया है। ग्रामीणों के अनुसार जदयू के अनुसूचित जाति सेल के प्रखंड प्रमुख गणेश रविदास (45) को एक लड़की के अपरहण के संबंध में पूछताछ के लिए थाने लाया गया था। हालांकि इस मामले में रविदास नामजद नहीं थे। रविदास की पुलिस ने रातभर पिटाई की जिससे उनका शरीर जवाब दे गया और उन्होंने दम तोड़ दिया। इससे पुलिस में हड़कंप मच गया और उन्होंने आनन फानन में उनका शव नगरनौसा थाने के शौचालय में फंदे से लटका दिया। बीते शुक्रवार की सुबह उनके गांव में उनकी मौत की खबर फैलने के बाद उनके समर्थकों ने थाने में घुसकर पथराव किया। जिससे कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गये। गांववालों का आरोप है कि यह हिरासत में प्रताड़ना से उनकी मौत हुई है। कुछ गांववालों का आरोप है कि उन्होंने नेता के शव पर चोट के निशान देखे जिससे पता चलता है कि उन्होंने पुलिस के हाथों यातनायें दी गई थी। गौरतलब है कि रविदास ने एक लड़की की उसके प्रेमी से शादी कराने और शहर के बाहर आश्रय दिलाने में उसकी मदद की थी। उस लड़की के पिता ने ही अपहरण का मामला दर्ज कराया था। स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस की लड़की के पिता से मिलीभगत थी और वे रविदास से लड़की का पता बताने का दबाव डाल रहे थे।