हरिद्वार। यहां ज्वालापुर में शहर की अब तक की सबसे बड़ी डकैती मामले में पुलिस ने मात्र 2 लाख कैश की बरामदगी दिखाई थी। जिस पर मीडिया में सवाल उठने के बाद पुलिस मुख्यालय ने भी आंखें तरेरी थीं। जिससे घटना के 48 घंटे बाद ही अब पुलिस ने दावा किया है कि गिरफ्त में आए शातिर अपराधियों से एक करोड़ की कीमत के गहने, भारी मात्रा में असलहे और 10 लाख कैश बरामद किया गया है।
पुलिस के अनुसार इस डकैती मामले में अब तक ताऊ गैंग के 8 बदमाश गिरफ्तार हो चुके हैं। इससे पहले तीन आरोपी गिरफ्त में आए थे, जिनसे 2 लाख की नकदी और जेवरात बरामद किए जा चुके हैं। मुख्य मास्टरमाइंड सतीश सहित 8 कुख्यात बदमाश गिरफ्तार किए जा चुके हैं। पुलिस के अनुसार उनसे 1 किलो 300 ग्राम सोना, 6 किलो से अधिक चांदी बरामद. भारी मात्रा में असलहे और 10 लाख का कैश बरामद हो चुका है। ताऊ गैंग के गिरफ्तार 8 बदमाशों में संजय उर्फ राजू उत्तर प्रदेश पुलिस का बर्खास्त सिपाही है। इस डकैती कांड को अंजाम देने वाला मास्टरमांइड सतीश चौधरी (पुत्र महेंद्र सिंह) मूल रूप से गांव सदरपुर, जिला बुलंदशहर उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। इस कुख्यात अपराधी पर उत्तर भारत में 11 से अधिक गंभीर किस्म के अपराधों में मुकदमे दर्ज हैं।
गौरतलब है कि हरिद्वार के मोरा तारा ज्वेलर्स के यहां लगभग दो करोड़ की ज्वेलरी की डकैती हुई थी। दो दिन पहले हरिद्वार पुलिस ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया था कि तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और जिनके पास से दो लाख रुपये नकद, चांदी की एक मूर्ति और दो तमंचे बरामद हुए हैं। जिस पर प्रेस वार्ता में ही पत्रकारों ने पुलिस की इस ‘उपलब्धि’ पर प्रश्नचिह्न लगाये थे। जिसके बाद पुलिस हेडक्वार्टर के आला अफसरों ने भी आंखें तरेरी थीं। इस ‘कड़वी डोज’ के बाद हरिद्वार पुलिस ने फॉर्म में आते हुए अगले दिन ही 1 किलो 300 ग्राम सोना, 6 किलो से अधिक चांदी बरामद. भारी मात्रा में असलहे और 10 लाख का कैश बरामद करने के साथ ही ताऊ गैंग के 8 बदमाशों को गिरफ्तार कर अपनी ‘नाक’ बचाने में सफलता हासिल कर ली है। पुलिस की इस कामयाबी के चर्चे अब हर गली मुहल्ले में हो रहे हैं।