उत्तराखंड में कर्नाटक की जली कार केस में नया मोड़, जंगल में मिला संतोष कुमार का शव

गोपेश्वर/चमोली। उत्तराखंड के चमोली जिले में ज्योतिर्मठ के तपोवन-सुभांई भविष्य बदरी मोटर मार्ग पर एक जली हुई कार और दो लोगों की रहस्यमयी मौत ने सनसनी फैला दी है। बीते दिनों चांचडी गांव के पास एक कार में महिला का अधजला शव मिलने के बाद अब उसी मामले में एक बड़ा मोड़ आया है। गुरुवार को पास के जंगल में कार स्वामी संतोष कुमार सेनापति का शव भी बरामद कर लिया गया है।
गौरतलब है कि बीते दिन ज्योतिर्मठ के तपोवन सुभाई मोटर मार्ग पर चांचडी गांव के पास कार में श्वेता सेनापति निवासी बेंगलुरु कर्नाटक का जला हुआ शव बरामद हुआ था। कार भी पूरी तरह से आग से जली हुई थी। कार में मौजूद कार स्वामी संतोष कुमार सेनापति निवासी बेंगलुरु कर्नाटक लापता था। बताया गया कि मृतका व कार स्वामी कर्नाटका के रहने वाले हैं तीन माह से अधिक समय से तपोवन के पास ढाक गांव में पांगर चूल्हा होम स्टे होम स्टे में रह रहे थे। मामले में पुलिस घटना स्थल के बाद लापता कार स्वामी व मृतका के साथी संतोष कुमार सेनापति को शुरु से ही संदिग्ध मान रही थी।
पुलिस चमोली जिले में लापता संतोष कुमार तलाश में जुटी थी, लेकिन घटना के दूसरे दिन मौके पर बारीकी से निरीक्षण के बाद घटना स्थल के पास एक कीटनाशक पदार्थ की खाली शीशी मिली। पुलिस का कहना है कि घटना के दिन मौके पर चाचंडी गांव के ग्रामीणों के पूछने पर कार स्वामी संतोष कुमार ने कहा कि उनकी पत्नी की तबीयत खराब है।
ऐसे में पुलिस इस थ्योरी पर भी जांच कर रही है कि कहीं कार स्वामी ने ही वाहन को आग लगाई है तथा स्वयं भी आत्महत्या कर ली है। आसपास की चट्टान पर ड्रोन से भी तलाशी की गई। बताया गया कि पुलिस की एक टीम बेंगलुरु के साथ विशाखापटनम भी गई। जहां से दोनों मृतकों का संबंध था। पुलिस फिलहाल हर एंगल से जांच कर रही है, क्या यह आत्महत्या है, हत्या है, या फिर कोई और गहरी साजिश।