UAE में दो भारतीय नागरिकों को दी गई फांसी, जानिए किस अपराध में हुई थी मौत की सजा

दुबई। संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में दो भारतीय नागरिकों को फांसी दी गई है। भारत विदेश मंत्रालय (MEA) ने इसकी पुष्टि की है। मंत्रालय ने बताया कि मृतकों के परिवारों को फांसी की सूचना दे दी गई है। सजा पाए दोनों लोग भारत के केरल राज्य के रहने वाले थे। उनके नाम मोहम्मद रिनाश अरंगीलोट्टू और मुरलीधरन पेरुमथट्टा वलाप्पिल थे। दोनों को हत्या के आरोप में दोषी ठहराया गया और मौत की सजा सुनाई गई।
मुहम्मद रिनाश का अपराध
केरल के कन्नूर जिले के थालास्सेरी निवासी 29 वर्षीय मुहम्मद रिनाश तीन साल पहले रोजगार की बड़ी उम्मीदों के साथ दुबई आया था। फरवरी 2023 में उसने यूएई के एक नागरिक की हत्या कर दी। उसके बाद उसे 2023 में मौत की सजा सुनाई गई थी।
रिपोर्ट के अनुसार, रिनाश मानसिक रूप से बीमार यूएई के नागरिक जियाद राशिद अल मंसूरी के हमले से बचने की कोशिश कर रहा था। दोनों एक दूसरे को जानते थे, लेकिन किसी बात को लेकर उनके बीच बहस छिड़ गई और इस दौरान रिनाश ने राशिद की चाकू घोंपकर हत्या कर दी। इसके बाद रिनाश को गिरफ्तार कर दुबई की एक जेल में बंद कर दिया गया, जहां वह दो साल तक रहा।
वहीं, रिनाश की मां का कहना है कि उनके बेटे का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था और वह कभी किसी अपराध में शामिल नहीं रहा। उन्होंने केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन, स्थानीय सांसद और भारतीय दूतावास को ज्ञापन सौंपकर मामले में हस्तक्षेप की मांग की थी। लेकिन वह अपने बेटे को बचाने में असफल रहीं।
मुरलीधरन का अपराध
कासरगोड के मूल निवासी मुरलीधरन (43) को साथी भारतीय नागरिक मोइद्दीन की हत्या के लिए मौत की सजा सुनाई गई थी। मुरलीधरन ने कथित तौर पर डकैती के प्रयास के दौरान हत्या की थी। मोइद्दीन के लापता होने के बाद उसके परिवार ने शिकायत दर्ज कराई। यूएई पुलिस की जांच में पता चला कि मुरलीधरन मोइद्दीन का फोन इस्तेमाल कर रहा था। बाद में पुलिस को पता चला कि मोइद्दीन की हत्या शव को रेगिस्तान में दफना दिया गया था। इसके बाद पुलिस ने मुरलीधरन को गिरफ्तार कर लिया। बाद में उसे मौत की सजा सुनाई गई।