सोमवार को हुई बारिश से जन-जीवन अस्त-व्यस्त

चमोली के मंडल क्षेत्र में 40 मीटर सड़क धसी, 18 मकानों को खतरा

  • हरिद्वार में खड़ी कार बही, क्रेन से निकाली
  • बद्रीनाथ हाईवे सहित अधिकांश संपर्क मार्ग ठप

देहरादून। उत्तराखंड के कई इलाकों में सोमवार दोपहर से देर रात तक मूसलाधार बारिश हुई। धर्मनगरी हरिद्वार में 2.4 एमएम की बारिश से कई इलाकों में जलभराव हो गया। बारिश से सड़कें जलमग्न हो गई। शिवालिक पर्वत मालाओं में तेज बारिश होने से सूखी नदी उफान पर आ गई। इससे खड़खड़ी श्मशान घाट के पास रपटे में खड़ी कार बह गई। पुलिस ने कार को क्रेन की मदद से बाहर निकाला। उधर, चमोली जिले में बद्रीनाथ हाइवे पर लामबगड़ से करीब डेढ़ किलोमीटर आगे भूस्खलन होने से मार्ग बंद है। बीआरओ की जेसीबी मशीनों के जरिए मलबा हटाया जा रहा है। चमोली में भूस्खलन से 19 सड़कें बंद हैं। रुद्रप्रयाग जिले में 10 से अधिक मोटर मार्ग बंद हैं। उखीमठ तहसील मुख्यालय से लगभग आठ किमी दूर पापड़ी में कुंड-ऊखीमठ-चोपता-मंडल-गोपेश्वर हाईवे का 40 मीटर हिस्सा भू-धंसाव की चपेट में आ गया है। यहां सड़क पर एक से दो फीट गहरी और एक फीट तक चैड़ी दरारें पड़ गई हैं जिससे क्षेत्रीय यातायात ठप हो गया है। प्रभावित क्षेत्र में सड़क के ऊपर बसे 18 आवासीय परिवारों को भी खतरा पैदा हो गया है। ऋषिकेश में नेपाली फार्म फ्लाईओवर का एक बड़ा हिस्सा धंसने लगा है। बारिश के बाद मिट्टी के धंसने से फ्लाईओवर पर कई गड्ढे हो गए हैं।

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