‘आयाराम गयाराम’ के चलते नगर पंचायत थराली में ठिठका विकास!

  • लगातार चार बरसों से भी कम समय में 5-5 अधिशासी अधिकारियों के तबादले कर देने से अधर में लटके हैं विकास कार्य

थराली से हरेंद्र बिष्ट।

नवगठित नगर पंचायत थराली में लगातार चार बरसों से भी कम समय में ‘आयाराम गयाराम’ में 5-5 अधिशासी अधिकारियों के धड़ाधड़ तबादले कर देने के कारण इसका दुष्प्रभाव इस नगर पंचायत के विकास कार्यों पर पड़ने लगा हैं। इसे नगर पंचायत कार्यालय से होने वाले कार्यों के लिए आम नागरिकों को भी भारी परेशानी उठानी पड़ रही हैं। जिससे नागरिकों में रोष पनप रहा है।         दरअसल 2016 में राज्य के गांवों के शहरीकरण के तहत सरकार ने  सम्पूर्ण ग्राम पंचायत थराली, भेटा, देवराड़ा के साथ ही चौंड़ा गांव के सिमलसैण राजस्व ग्राम को मिलाकर नगर पंचायत थराली बनाने की अधिसूचना जारी की थी। उस दौरान क्षेत्रीय नागरिकों में नगर पंचायत को लेकर खासा उत्साह भी देखने को मिला था। किंतु पहले पहल नगर पंचायत के संचालन के लिए प्रशासक नियुक्त किए जाने के चलते नगर पंचायत को लेकर विशेष हलचल नही दिखी।
उसके बाद दो साल पहले हुए नगर निकायों के चुनाव की घोषणा होने के बाद लोगों को नगर पंचायत होने का एहसास हुआ तो उनमें उत्साह भी देखने को मिला। और चुनाव में बढ़चढ़कर भाग लिया। हालांकि शासन, प्रशासन की इस नगर पंचायत के प्रति उपेक्षापूर्ण रवैये के कारण लोगों का उत्साह अब ठंडा होने लगा है। इसका बड़ा कारण नगर पंचायत चुनाव के 2 साल के अंदर ही यहां पर अब तक 5 अलग-अलग पदों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को ईओ का जिम्मा सौंपा जाना हैं। बार-बार ईओ जिम्मेदारी बदल दिए जाने के कारण इसका सीधा प्रभाव इस नगर में होने वाले विकास कार्यों पर पड़ रहा हैं। जिसके चलते नगर क्षेत्र के अंदरूनी पैदल सम्पर्क मार्गों की दुर्दशा बनी हुई हैं। वहीं शौचालयों सहित तमाम अन्य व्यवस्थाओं पर भी विपरीत प्रभाव पड़ रहा हैं। विकास कार्यों के अलावा आम नागरिकों को ईओ के स्तर पर संपादित होने वाले कार्यों को लेकर खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं।
दरअसल बीते कुछ माह पूर्व थराली नगर पंचायत अध्यक्ष दीपा भारती द्वारा जिलाधिकारी चमोली को भेजे एक पत्र में नगर पंचायत थराली में स्थायी ईओ  की नियुक्ति की मांग की गई थी। ऐसे में जिलाधिकारी चमोली स्वाति एस भदौरिया ने यहां अस्थाई रूप से तैनात ईओ बीना नेगी से ईओ का चार्ज वापस लेकर तत्कालीन उपजिलाधिकारी थराली किशन सिंह नेगी को ईओ का अतिरिक्त प्रभार दे दिया था। किंतु उनका उप मेलाधिकारी हरिद्वार कुंभ के लिए प्रमोशन होने के बाद नायब तहसीलदार रवि शाह को नगर पंचायत के ईओ का अतिरिक्त चार्ज सौप दिया गया हैं। ईओ बीना नेगी से पहले ही यहां पर दो और ईओ को कार्यभार सौंप कर उन्हें हटा भी दिया गया हैं।
इस संबंध में अपर बाजार थराली के पार्षद हरीश पंत का कहना हैं कि कुछ ही महीनों के समयांतराल में नगर पंचायत के ईओ जैसे महत्वपूर्ण पद पर व्यक्ति को हटाने का विपरीत प्रभाव विकास कार्यों पर तो पड़ ही रहा हैं। साथ ही आम जनता को अपने नगर पंचायत स्तर से संपादित होने वाले आवश्यक कार्यों के लिए दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं। जब तक ईओ नगर क्षेत्र के लोगों और समस्याओं को जानने-समझने का प्रयास करते हैं, तब तक उनका यहां से स्थानांतरण कर दिया जा रहा हैं। जिससे नवोदित नगर के विकास पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा हैं।
इस बाबत नगर पंचायत अध्यक्ष दीपा भारती ने बताया कि उनके द्वारा स्थाई अधिशासी अधिकारी की नियुक्ति की मांग को लेकर शासन, प्रशासन को लिखा जाता रहा है और इसके लिए प्रयास लगातार जारी है। जब तक इस नगर पंचायत में स्थाई ईओ को तैनात नहीं किया जाता, तब तक पंचायत के विकास कार्यों में गति आ पाना संभव नहीं है। 

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