कोरोना के चलते उजड़ा परिवार
- ग्रामीणों और राजस्व पुलिस ने आर्थिक तंगी से जहर खाने की जताई आशंका
- घर के बाहर बंधे दो बैल भी मरे मिले, उन्हें भी जहर दिए जाने का कयास
- आर्थिक तंगी के कारण घर में होते थे झगड़े, पत्नी दिल्ली में कर रही नौकरी
हल्द्वानी। लॉकडाउन के दौरान दिल्ली से घर लौटे महिपाल सिंह की संदिग्ध हालात में हल्द्वानी के बेस अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई, जबकि उसके तीन बच्चों की हालत गंभीर बनी हुई है।
राजस्व पुलिस और ग्रामीणों ने आशंका जताई है कि गरीबी और पत्नी से कलह के चलते महिपाल ने तीन बच्चों को जहर देकर खुद भी खा लिया होगा। घर के बाहर बंधे दो बैलों के मरा मिलने से आशंका जताई जा रही है कि उन्हें भी जहर दिया गया होगा।
ग्रामीणों के मुताबिक लॉकडाउन में दिल्ली में रोजगार छिनने के बाद 38 वर्षीय महिपाल अपने तीन बच्चों और पत्नी के साथ अपने गांव स्याल्दे विकासखंड की ग्राम पंचायत बजवाड़ (बुरांशपानी) लौटा था। गांव आकर आर्थिक स्थिति और खराब हुई तो दंपती में झगड़े शुरू हो गए। एक महीने पहले पत्नी पहले अपने मायके गई और वहां से नौकरी करने दिल्ली चली गई। इन दिनों महिला दिल्ली में ही नौकरी कर रही है। पत्नी के दिल्ली जाने से पति काफी तनाव में आ गया। ग्रामीणों ने आशंका जताई कि बृहस्पतिवार रात करीब एक बजे पहले उसने दोनों बैलों को जहर दिया होगा और बैलों की मौत होने पर उसने अपने तीनों बच्चों हर्ष पाल (14), यशपाल (12), हिमानी (10) को जहर देकर खुद भी जहर खा लिया। चारों के देर रात उल्टी करने की आवाज पर जागी उसकी भाभी की सूचना पर ग्रामीणों ने 108 की मदद से चारों को रामनगर अस्पताल भिजवाया, जहां प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें हल्द्वानी के बेस अस्पताल रेफर कर दिया। यहां देर शाम उपचार के दौरान महिपाल की मौत हो गई, जबकि बच्चों स्थिति स्थिर बताई जा रही है।