उत्तराखंड में सशक्त हुईं महिलाएं : त्रिवेंद्र

  • पूर्व सीएम ने कहा, हमारी सरकार ने महिलाएं को आर्थिक और मानसिक रूप से भी बनाया मजबूत
  • महिलाओं को पति की पैतृक संपत्ति में बराबरी का अधिकार देने सहित बनाया स्वावलंबी

देहरादून। आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि उन्होंने विगत वर्षों में महिला सशक्तिकरण को केवल नारे तक ही सीमित नहीं रखा, बल्कि उन्हें धरातल पर उतारने के लिए उल्लेखनीय काम किया।
उन्होंने कहा कि जिस तरह देश में उज्ज्वला योजना के अंतर्गत प्रधानमंत्री ने माताओं-बहनों के सिर से लकड़ी की गठरी को हटाया। वहीं प्रदेश में हमने मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना से उनके सिर से घास की गठरी हटने का काम किया। उन्होंने कहा कि हम संकल्पित होकर महिलाओं के प्रति हरदम खड़े रहे और उन्हें सशक्त करने के लिए कई ऐतिहासिक फैसले लिए।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं को पति की पैतृक संपत्ति में अधिकार मिलना एक ऐतिहासिक कार्य था। हमारी सरकार ने महिला समूहों को 05 लाख तक ब्याज मुक्त ऋण देने के साथ महिलाओं को स्वरोजगार की राह आसान की। अपने कार्यकाल में महिलाओं को ग्रोथ सेन्टर से जोड़ने का काम बखूबी किया गया। उनके कार्यकाल में ऐसे तमाम कार्य हुए जिनसे महिलाएं आर्थिक और मानसिक रूप से मजबूत हुई। साथ ही स्वावलंबी भी बनीं। हमारी सरकार की नीति और नियत ने वो पैमाने तय किए हैं, जिनकी वजह से वाकई आज महिला दिवस की महत्ता बढ़ी है और महिलाओं को सहारा मिला है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here