पाकिस्तान ने भारत को दिया आतंकी हमले का इनपुट, जानकारी मिलने के बाद जम्मू-कश्मीर में हाई अलर्ट पर सेना
पाकिस्तान ने पुलवामा जिले के अंवतीपुरा के पास संभावित आतंकी हमले को लेकर जानकारी साझा की है। इस बात की पुष्टि श्रीनगर में शीर्ष सुरक्षा अधिकारी ने की है। अलर्ट जारी होने के बाद जम्मू कश्मीर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मिली जानकारी के मुताबिक आतंकी आईईडी से लदे किसी वाहन को लेकर घूम रहे हें और उसके जरिए आतंकी हमले करने की फिराक में है।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार सुरक्षा अधिकारी ने कहा, “पाकिस्तानियों ने इस्लामाबाद में हमारे उच्चायोग से इस तरह के संभावित हमले के बारे में जानकारी साझा की है। यह जानकारी उन्होंने अमेरिका से भी साझा की है तो उन्होंने भी हमें सूचना दी। ये जानकारी हमारे पास सीधे पाकिस्तान से भी आई है और साथ ही अमेरिका से भी आई है।”
सुरक्षा अधिकारी का कहना है कि पाकिस्तान द्वारा सूचना देने के पीछे दो उद्देश्य हो सकते हैं। पहला तो पाकिस्तान का कदम यह सुनिश्चित करने के लिए था कि अगर हमला होता है तो वह आरोपों से बच सके। क्योंकि उसने अमेरिका को भी इस बारे में सूचित किया है। या फिर दूसरा यह कि वह भारतीय अधिकारियों को सतर्क करने के लिए वास्तविक प्रयास कर रहा है।
अधिकारी का कहना है कि सुरक्षा बल हमेशा दक्षिण कश्मीर में अलर्ट पर रहते हैं लेकिन वह इस अलर्ट को गंभीरता से ले रहे हैं।
हाल ही में बाइक सवार दो आतंकियों ने सेना के जवानों पर हमला कर दिया, जिसमें पांच जवान शहीद हो गए और तीन घायल हुए हैं। इससे पहले मई 2017 में हिजबुल मुजाहिदीन से अलग होने के बाद कश्मीर में अंसार गजावत-उल-हिंद नामक संगठन लॉन्च करने और उसका नेतृत्व करने वाले मूसा को भी बीते महीने एक ऑपरेशन में मार दिया गया था। पुलिस सूत्रों का कहना है कि इस संगठन में पहले आतंकियों की संख्या दर्जनों में थी जो अब घटकर दो से तीन हो गई है।
14 फरवरी को इसी साल पुलवामा में हुए आत्मघाती हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 40 जवान शहीद हो गए थे। इसी हमले के बाद भारत ने 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में सर्जिकल स्ट्राइक की थी। इसके अगले दिन पाकिस्तान ने भी भारत के सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की। तनाव उस वक्त थोड़ा कम हुआ जब पाकिस्तान ने विंग कमांडर अभिनंदन को वापस भारत भेज दिया।
पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान पर वैश्विक दबाव भी बढ़ा था। इसके बाद चीन भी बाकी देशों के साथ आ गया। जिसके चलते इस हमले का दोषी आतंकी मसूद अजहर वैश्विक आतंकी घोषित किया गया।