कल से फिर रंग बदल रहा मौसम!

कहीं धूप कहीं छांव

  • उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, पिथौरागढ़ में आज होगी वर्षा व बर्फबारी  
  • चमोली जनपद के 42 गांव और उत्तरकाशी में 48 गांव अभी तक बर्फ में कैद

देहरादून। राजधानी समेत आसपास के इलाकों में धूप खिलने से अब मौसम गरम होने लगा है। आज मंगलवार को सुबह कुछ इलाकों में कोहरा छाया रहा तो कहीं धूप के साथ सुबह की शुरुआत हुई।
मौसम केंद्र के अनुसार आज मंगलवार को उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, पिथौरागढ़ जिलों के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में कहीं-कहीं हल्की बारिश और बर्फबारी हो सकती है।  जबकि पांच फरवरी से आसमान साफ रहने के साथ ही मौसम शुष्क रहने की संभावना है।
गौरतलब है कि दिसंबर से लगातार हो रही भारी बर्फबारी से चमोली जिले के 42 गांव अभी भी प्रभावित हैं। अत्यधिक ऊंचाई वाले गांवों में बर्फ अधिक होने से लोगों को जरूरी सामान जुटाने में भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इन गांवों में चारापत्ती का भी संकट है। जोशीमठ ब्लॉक के 23 गांव, दशोली ब्लॉक के चार, थराली के 11 और घाट के चार गांव अभी बर्फबारी से प्रभावित हैं। वहीं जोशीमठ ब्लॉक के बैनाकुली और हनुमानचट्टी में बिजली आपूर्ति बाधित है। गोपेश्वर-चोपता मार्ग अत्यधिक बर्फबारी के चलते बंद पड़ा है। जिला पूर्ति अधिकारी केएल शाह का कहना है कि बर्फबारी से पहले ही संभावित क्षेत्रों के गोदामों में पर्याप्त राशन की व्यवस्था कर दी गई थी।
उत्तरकाशी में इस बार सर्दियों में कई दौर की बर्फबारी के चलते जनपद में ऊंचाई वाले करीब 48 गांव करीब डेढ़ माह से बर्फ से ढके हैं। प्रशासन भले ही बर्फ से ढके जिले के सभी मोटर मार्गों पर यातायात बहाल होने का दावा कर रहा हो, लेकिन ऊंचाई वाली करीब आधा दर्जन सड़कों पर यातायात बर्फ व पाले से जोखिमभरा बना हुआ है। गांवों के पैदल मार्ग भी खतरनाक हो गए हैं।
गंगोत्री घाटी में उपला टकनौर क्षेत्र के साथ ही पिलंग, जौड़ाव, नौगांव प्रखंड में गीठ पट्टी, स्योरी फलपट्टी एवं धारी कफनौल, पुरोला प्रखंड में सर बडियार, मोरी प्रखंड में पर्वत क्षेत्र के गांव बर्फ से पटे हैं। बीते दो दिन से चटक धूप के साथ मौसम खुशगवार होने पर प्रशासन ने यमुनोत्री एवं गंगोत्री हाईवे समेत सभी सड़कों पर यातायात बहाल कर लिया है। सांकरी-तालुका मोटर मार्ग पेड़ गिरने और जखोल-फिताड़ी मोटर मार्ग भूस्खलन से अवरुद्ध है।
गंगोत्री हाईवे पर सुक्की से आगे के साथ ही हर्षिल-मुखबा, कमद-अयांरखाल, राड़ी-कूवां-कफनौल, फूलचट्टी-जानकीचट्टी, हनुमानचट्टी-खरसाली आदि ऊंचाई वाली सड़कों पर बर्फ व पाले से वाहनों की आवाजाही जोखिम भरी बनी हुई है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि गंगोत्री हाईवे हर्षिल से आगे अवरुद्ध है। बर्फबारी शुरू होने से पहले ही दूरस्थ गांवों तक खाद्यान्न का एडवांस कोटा पहुंचा दिया था। सभी गांवों में बिजली एवं पेयजल व्यवस्था सुचारु हैं। 

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