नई दिल्ली। वर्ल्ड कप 2023 में श्रीलंका के खराब प्रदर्शन का असर दिखने लगा है। श्रीलंका सरकार ने पूरे क्रिकेट बोर्ड को बर्खास्त कर दिया है। बता दें कि श्रीलंका ने अबतक विश्व कप में खेले अपने 7 में से महज 2 ही मैच जीते हैं और टीम सेमीफाइनल की रेस से भी करीब-करीब बाहर ही है। श्रीलंका को पिछले मैच में भारत ने 302 रन के बड़े अंतर से हराया था। इसके बाद से ही देश में हंगामा मचा हुआ है और खेल मंत्रालय ने इसे लेकर सेलेक्टर्स से भी सवाल-जवाब किए थे।
इससे पहले, खेल मंत्री रोशन रणसिंघे ने शुक्रवार के अपने एक बयान में श्रीलंका के क्रिकेट बोर्ड को “देशद्रोही और भ्रष्ट” कहा था। उन्होंने बोर्ड के सदस्यों से इस्तीफा देने की मांग की थी। इसके बाद, श्रीलंका क्रिकेट के सचिव, मोहन डी सिल्वा, जो बोर्ड के दूसरे सबसे बड़े अधिकारी हैं, ने शनिवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था क्योंकि क्रिकेट फैंस ने उनके ऑफिस के बाहर टीम की हार को लेकर प्रदर्शन किया था।
बता दें कि खेल मंत्री रोशन रणसिंघे ने पूर्व विश्व कप विजेता कप्तान अर्जुन रणतुंगा की अध्यक्षता में एक अंतरिम सात सदस्यीय समिति नियुक्त की। इसके अलावा खेल मंत्रालय की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि, समिति की नियुक्ति रणसिंघे द्वारा 1973 के खेल कानून संख्या 25 के तहत की गई है। बता दें, रणसिंघे द्वारा नियुक्त राष्ट्रीय खेल परिषद के प्रमुख रणतुंगा सिल्वा प्रशासन पर सवाल उठाते रहे हैं। सिल्वा को मई में उनके लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए एसएलसी प्रमुख के रूप में चुना गया था जो 2025 तक चलना था।