- मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने सोमवार को रिबन काटकर किया तीन दिवसीय टिहरी झील महोत्सव का शुभारंभ
- कहा, सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गंभीर और प्रदेशभर में बनायेंगे नए टूरिस्ट डेस्टिनेशन
टिहरी। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने सोमवार को रिबन काटकर तीन दिवसीय टिहरी झील महोत्सव का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गंभीर है और सरकार प्रदेशभर में नए टूरिस्ट डेस्टिनेशन को विकसित करेगी।
मुख्यमंत्री ने तीन दिवसीय टिहरी झील महोत्सव का शुभारंभ करते हुए कहा कि सरकार प्रदेश को पर्यटन हब बनाने के लिये ठोस कदम उठा रही है। देश विदेश से आने वाले पर्यटकों की सुविधाओं के लिये विभिन्न योजनायें लागू की गई हैं। टिहरी झील महोत्सव भी पर्यटकों को आकर्षित करने के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा। गौरतलब है कि इस वर्ष से सरकार ने प्रतिवर्ष फरवरी माह में झील महोत्सव का आयोजन करने का निर्णय लिया है। इसी के चलते झील किनारे कोटी कॉलोनी में तीसरे टिहरी झील महोत्सव की तैयारियां पूरी कर ली गयी है। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए बहुत बड़ा पाण्डाल तैयार किया गया है। वहीं देशी-विदेशी पर्यटकों के ठहरने के लिए स्विस कॉटेज तैयार किए गए हैं। तीन दिवसीय टिहरी झील महोत्सव के दौरान साहसिक खेलों के साथ मनोरंजन, कला और आध्यात्मिकता का संगम भी पर्यटकों को देखने को मिलेगा। इसके साथ ही प्रतिदिन शाम को भव्य गंगा आरती आयोजित की जायेगी।
इसके साथ ही टिहरी झील महोत्सव के पहले दिन सोमवार को उत्तर मध्य सांस्कृतिक केंद्र के कलाकारों की सांस्कृतिक परेड का आयोजन किया गया। इसके साथ ही शाम को लोक गायिका रेशमा शाह की सांस्कृतिक संध्या व म्यूजिकल बैंड की प्रस्तुति होगी। 26 को पद्मश्री लोकगायक प्रीतम भरतवाण व सूफी व गजल गायिका इंदिरा नायक अपनी प्रस्तुति देंगे। 28 फरवरी को मास्टर शेफ प्रतियोगिता व पारंपरिक परिधानों को लेकर फैशन शो एवं स्टार नाइट का आयोजन किया जाएगा।
पर्यटक यहां सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ लैंड, एयरो और वॉटर एडवेंचर स्पोर्ट्स का आनंद उठा सकेंगे। गौरतलब है कि देश के सबसे ऊंचे टिहरी बांध की 42 वर्ग किमी में फैली विशालकाय झील को पर्यटन से जोड़ने के लिए वर्ष 2014 में सरकार ने टिहरी झील महोत्सव की शुरूआत की थी।