जल्द दून की सुद्धोवाला जेल में गूंजेगा रेडियो जाॅकी

इन दिनों कैदियों को दिया जा रहा प्रशिक्षण

  • गुड माॅनिंग कार्यक्रम से लेकर भजन, फरमाइशी गीत सुन सकेंगे
  • कैदियों को तनाव मुक्त रखने का मकसद
  • उत्तराखंड की दस जेलों में होगा रेडियो जाॅकी
  • अन्य राज्यों में कैदियों को तनाव मुक्त रखने में सफल हुई है यह योजना

देहरादून। कैदियों को तनाव मुक्त रखने के लिए उत्तराखंड की 10 जेलों में रेडियों जाॅकी की गूंज सुनाई देगी। जेल रेडियो को तीन चरणों में बांटा गया है। पहले चरण के लिए जिला जेल देहरादून, जिला जेल हरिद्वार और उप कारागार हल्द्वानी का चयन किया गया है। देहरादून में रेडियो शुरू होने के बाद हरिद्वार व हल्द्वानी में भी काम शुरू कर दिया जाएगा। देहरादून की सुद्धोवाला जेल में जल्द गुड मार्निंग दून जेल गूंजेगा। इन दिनों सुद्धोवाला जेल में कैदियों को रेडियो जाॅकी का प्रशिक्षित किया जा रहा है। प्रशिक्षण दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रोफेसर एवं समाजसेवी वर्तिका नंदा दे रही हैं। इसके लिए आठ पुरुष व चार महिला कैदियों को शार्टलिस्ट किया गया है। इनमें से रेडियो जाकी के रूप में दो महिला व दो पुरुष कैदी चुने जाएंगे। इससे पूर्व वर्तिका हरियाणा की पानीपत, फरीदाबाद व अंबाला केंद्रीय जेल और उत्तर प्रदेश की आगरा जेल में भी कैदियों को रेडियो जाकी का प्रशिक्षण दे चुकी हैं।
रेडियो शुरू होने के बाद इन जेलों में बंदियों को तनावमुक्त करने में मदद मिली है। इसी आधार पर देहरादून की सुद्धोवाला जेल में भी रेडियो शुरू करने की योजना बनाई गई। वरिष्ठ अधीक्षक कारागार दधीराम और जेलर पवन कुमार कोठारी ने बताया कि कैदियों तक रेडियो कार्यक्रम पहुंचाने के लिए जेल की सभी बैरक में स्पीकर लगाए गए हैं। रेडियो जाकी के रूप में प्रशिक्षित बंदी सुबह भजन और इसके बाद जेल समाचारों की प्रस्तुति देंगे। जबकि, दिनभर फरमाइशी गीतों का प्रसारण होगा। इसके लिए कोई भी बंदी अपने मनपसंद गीत की फरमाइश कर सकता है।
प्रो. वर्तिका नंदा तिनका-तिनका संस्था की संस्थापक होने के साथ ही दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्रीराम कालेज में पत्रकारिता विभाग की प्रमुख हैं। उन्होंने बताया कि जेल का यह रेडियो तिनका माडल आफ प्रिजन रिफार्म्स पर आधारित होगा। यह जेल में सूचना और मनोरंजन, दोनों ही जरूरतों को पूरा करेगा।

वरिष्ठ अधीक्षक ने बताया कि आने वाले वक्त में यदि किसी कैदी को अदालत में पेश करने ले जाना हो या किसी से मुलाकात करवानी हो तो रेडियो के माध्यम से ही सूचना प्रसारित की जाएगी। भोजन, योग व जेल में संचालित अन्य गतिविधियों के बारे में रेडियो के माध्यम से ही सूचित किया जाएगा। रेडियो पर दिनभर मनोरंजन, वाद-विवाद प्रतियोगिता व समाचारों का प्रसारण चलता रहेगा। लेकिन, प्रसारण का दायरा सिर्फ जेल परिसर ही होगा।
जेल प्रबंधन की ओर से जेल के अंदर ही एक मिनी साउंड रूम (स्टूडियो) तैयार किया गया है, जो पूरी तरह साउंडप्रूफ है। यहां पर म्यूजिक सिस्टम रखा गया है। प्रतिदिन इसी स्टूडियो से कार्यक्रमों का प्रसारण किया जाएगा।

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