केदारनाथ हेली सेवा बुकिंग शुरू, फर्जीवाड़ा रोकने के लिए टीम गठित, रखें ये सावधानी…

0
1

देहरादून। उत्तराखंड चारधाम की यात्रा 30 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खोलने के साथ ही शुरू हो रही है। वहीं, 2 मई को बाबा केदारनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। ऐसे में बाबा केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवाओं का संचालन भी शुरू हो जाएगा। जिसको देखते हुए बाबा केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवाओं की ऑनलाइन बुकिंग प्रक्रिया आज यानी 8 अप्रैल को दोपहर 12 बजे से शुरू हो रही है। हेली टिकट बुकिंग के लिए आईआरसीटीसी की ओर से आधिकारिक वेबसाइट https://www.heliyatra.irctc.co.in/ ही मान्य है। साइबर अपराधी हेली टिकट के लिए फर्जी वेबसाइट बनाकर श्रद्धालुओं से लाखों रुपये ठग लेते हैं। केदारनाथ के लिए सबसे ज्यादा टिकट फर्जीवाड़े की शिकायतें आती हैं।

बता दें कि पिछले साल 85 फर्जी वेबसाइट और 45 फेसबुक पेज साइबर पुलिस ने बंद कराए थे। फर्जीवाड़े पर अंकुश के लिए इस बार पहले से साइबर थाने में चार लोगों की टीम गठित कर दी गई है। टीम का पर्यवेक्षण सीओ साइबर अंकुश मिश्रा करेंगे।

दरअसल वर्ष 2023 में इस तरह की ठगी से संबंधित 40 से ज्यादा मुकदमे प्रदेश के विभिन्न थानों में दर्ज किए गए थे। ठगी का शिकार होने वालों में अधिकतर लोग उत्तराखंड के बाहर के ही थे। असल वेबसाइट से मिलती जुलती वेबसाइट बनाकर लोगों को भ्रम में डालकर ठगी का शिकार बनाया जाता है। ऐसे में पिछले साल शुरुआत से ही साइबर पुलिस ने नई वेबसाइट पर शिकंजा कसना शुरू किया था।

बंद कराए गए थे 45 फेसबुक पेज…

जून 2024 तक ही 82 वेबसाइट को बंद कराया जा चुका था। इसके अलावा 45 फेसबुक पेज भी बंद कराए गए थे। इन पर भी हेली सेवाओं को बुक करने संबंधी विज्ञापन दिखाए गए थे। एसएसपी एसटीएफ नवनीत भुल्लर ने बताया कि इस साल शुरुआत में ही साइबर थाने में चार अधिकारियों की एक टीम गठित कर दी गई है। यह टीम हर वक्त इंटरनेट पर फर्जी वेबसाइट और सोशल मीडिया पर विज्ञापन वाले पेज व पोस्ट आदि की निगरानी करेगी। ताकि, समय रहते इन सभी वेबसाइट और पेज को बंद कराया जा सके।

टीम के पर्यवेक्षण की जिम्मेदारी सीओ साइबर अंकुश मिश्रा को दी गई है। सोशल मीडिया पर विशेषतौर पर निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं। ताकि, शुरुआती दौर में ही लोगों को इस संबंध में जागरूक किया जा सके। ज्यादा से ज्यादा फर्जी वेबसाइट को बंद कराने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा पुलिस की ओर से भी जागरूकता के लिए कार्यक्रम ऑनलाइन चलाए जाएंगे।

irctc की वेबसाइट से होते हैं सिर्फ टिकट बुक…

बता दें कि पिछले साल से सरकार ने आईआरसीटीसी को टिकट बुकिंग का काम सौंपा था। ऐसे में केवल इसी वेबसाइट https://www.heliyatra.irctc.co.in/ से टिकट बुक किए जा रहे थे। इस वर्ष भी यह जिम्मेदारी आईआरसीटीसी के पास ही रहेगी। इस वेबसाइट पर कोई मोबाइल नंबर नहीं दिया गया है। जबकि, फर्जी वेबसाइट और सोशल मीडिया विज्ञापनों में मोबाइल नंबर दर्ज होता है। ताकि, लोग इस पर फोन करें और ठग उन्हें अपनी बातों में फंसा लें।

ऐसे दिया जाता है धोखा…

  • हेली कंपनियों के लोगो और नाम का करते हैं इस्तेमाल।
  • साइबर ठग ऐसी वेबसाइट बनाते हैं, जो एकदम अधिकारिक लगती है।
  • इन वेबसाइट पर कांटेक्ट अस नाम के कॉलम में मोबाइल नंबर दर्ज होता है। जबकि, असल वेबसाइट में कोई मोबाइल नंबर नहीं है।
  • फर्जी वेबसाइट पर भले ही आपने भुगतान कर दिया, लेकिन इसकी जानकारी आपको हेली सेवा प्रदाता कंपनियों से नहीं मिलेगी।

लोगों से लुभावने के वादे…

  • फर्जी वेबसाइट पर लोगों से लुभावने वादे किए जाते हैं। मसलन टिकटों के प्राइस में छूट, एक के साथ एक फ्री आदि। इसके साथ ही कई और वादे।
  • असल वेबसाइट पर एक निर्धारित पेमेंट गेटवे का इस्तेमाल होता है, जबकि नकली वेबसाइट पर ठग अपने पर्सनल खातों में पैसा जमा कराते हैं।
Enews24x7 Team

Comments are closed.