अपनी ही तकनीक और विज्ञान के शिकार हुए परग्रही!

चौंकाने वाला खुलासा

  • शोध का दावा, विनाश की भेंट चढ़े एलियंस का घर भी हो सकती है हमारी आकाश गंगा
  • अंततोगत्वा हमें विनाश और पतन की ओर ले जाता है विज्ञान व तकनीक का चरम विकास
  • अन्‍य शोधों के अनुसार विभिन्‍न परिस्थितियों में काफी हद तक संभव है मानव का आत्‍मविनाश

वॉशिंगटन। अनंत रहस्यों को समेटे अनंत आकाश में एलियंस के मौजूदगी की अटकलें अक्‍सर लगती रहती हैं लेकिन अब एक नए शोध में पता चला है कि हमारी आकाश गंगा विनाशलीला की भेंट चढ़े या मारे गए एलियंस का घर भी हो सकती है।
शोध में इस बात की भी पुरजोर संभावना जताई गई है कि ये एलियंस अपने ही विज्ञान और तकनीक के शिकार हो गए और मारे गए। यह शोध ऐसे समय पर आया है जब शोधकर्ताओं ने स्‍मार्ट जीवों के अस्तित्‍व की गणना की। शोधकर्ताओं ने पाया कि हमारी आकाश गंगा के गठन के करीब 8 अरब साल बाद एलियंस पैदा हुए थे। हालांकि अभी तक इंसान एलियंस से संपर्क करने में असफल रहे हैं।
शोधकर्ताओं ने अपने अध्‍ययन में कहा कि विज्ञान और तकनीक के विकास का परिणाम निस्‍संदेह सभ्‍यताओं का विनाश रहा। इस शोध में कहा गया है कि विज्ञान और तकनीक का चरम विकास अंततोगत्वा हमें विनाश और पतन की ओर ले जाता है। इससे पहले आए अन्‍य शोधों में भी कहा गया है कि मानव का आत्‍मविनाश विभिन्‍न परिस्थितियों में काफी हद तक संभव है। हिरोशिमा और नागासाकी में परमाणु बमों से हुआ विनाश का एक सबसे बड़ा उदाहरण है।
शोधकर्ताओं ने कहा कि स्‍मार्ट प्राणी खुद को खत्‍म कर सकते हैं। यह आश्‍चर्यजनक नहीं है कि कहीं पर स्‍मार्ट जीवन है ही नहीं या कुछ सीमित मात्रा में है। शोधकर्ताओं ने पाया कि अगर ब्रह्मांड में कहीं एलियन हैं तो भी वे या तो इतने युवा हैं अभी कि हमें वे देख नहीं पा रहे हैं या वे बहुत दूर हैं।

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