इंसानियत शर्मसार : लखीमपुर खीरी कांड की भेंट चढ़े किसानों समेत 9 लोग!

बैक फुट पर योगी सरकार

  • योगी सरकार और किसानों में हुआ समझौता, मृतकों के परिवार को मिलेंगे 45 लाख रुपये
  • एक सदस्य को सरकारी नौकरी का वादा, 8 दिन में आरोपियों का अरेस्ट करने का किया दावा
  • केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र समेत 14 लोगों पर केस दर्ज
  • पीड़ितों से मिलने जाते लखीमपुर खीरी जाने से रोके जा रहे विपक्ष के तमाम नेता हिरासत में  
  • केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्र का सफेद झूठ, कहा घटनास्थल पर उनका बेटा मौजूद ही नहीं था

लखनऊ/लखीमपुर। लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा में मरने वाले किसानों समेत कुल संख्या 9 हो गई है। लखीमपुर खीरी कांड में योगी सरकार और किसानों के बीच समझौता हो गया है। योगी सरकार ने मृतकों के परिवार को 45 लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया है। मरने वालों के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी। साथ ही घटना की न्यायिक जांच और 8 दिन में आरोपियों को अरेस्ट करने का वादा भी किया गया है। यह जांच हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज करेंगे। हिंसा में घायल हुए लोगों को भी 10 लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया गया है।
अखिलेश यादव सड़क पर ही धरने पर बैठे : उधर लखनऊ से लखीमपुर जाने से रोकने पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। अखिलेश ने कहा कि किसानों पर अंग्रेजों के शासन से भी ज्यादा जुल्म भाजपा सरकार कर रही है। उन्होंने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के इस्तीफे और किसानों को 2-2 करोड़ का आर्थिक सहायता देने की भी मांग की। इसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।

प्रियंका गांधी हिरासत में, झाड़ू लगाकर जताया विरोध : लखीमपुर जाते समय कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उन्हें सीतापुर के गेस्ट हाउस में रखा गया है। यहां प्रियंका गांधी ने गेस्ट हाउस के कमरे में झाड़ू लगाकर विरोध जताया। उनका यह वीडियो वायरल हो रहा है।

लखनऊ में भीड़ ने पुलिस की गाड़ी जलाई : अखिलेश के धरने से कुछ दूरी पर भीड़ ने पुलिस की एक जीप को आग के हवाले कर दिया है। पुलिस ने विपक्ष के कई नेताओं को लखीमपुर खीरी पहुंचने से रोकने के लिए उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया है। इनमें बसपा महासचिव सतीश मिश्र, कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी, सलमान खुर्शीद, आराधना मिश्रा और शिवपाल यादव शामिल हैं।
मंत्री अजय मिश्र के बेटे पर हत्या का केस : लखीमपुर में हुई हिंसा मामले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र समेत 14 लोगों पर हत्या, आपराधिक साजिश और बलवे का केस दर्ज हुआ है। यह केस बहराइच के नानपारा के रहने वाले जगजीत सिंह की तहरीर पर तिकुनिया थाने में लिखा गया है। इधर, मंत्री अजय मिश्र के ड्राइवर की तहरीर पर तिकुनिया थाने में ही अज्ञात किसानों पर हत्या, जानलेवा हमला, बलवा और मारपीट की धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।
टिकैत बोले- मंत्री की बर्खास्तगी तक शवों का अंतिम संस्कार नहीं : लखीमपुर पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने ऐलान किया है कि जब तक मंत्री अजय मिश्र को बर्खास्त नहीं किया जाता है। उनके बेटे की गिरफ्तारी नहीं होती है। मृतक किसानों के शवों का अंतिम संस्कार नहीं होगा। इधर, घटनास्थल पर किसान जुटने लगे हैं। यहां किसानों की संख्या दो हजार हो गई है। इसे देखते हुए प्रशासन ने दंगा नियंत्रण की 3 गाड़ियां मंगाई है।
उधर रविवार रात को केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्र ने बेशर्मी की हद पार करते हुए सफेद झूठ बोला और कहा कि घटनास्थल पर उनका बेटा मौजूद ही नहीं था। प्रदर्शन कर रहे किसानों के बीच घुसे कुछ शरारती तत्वों ने भाजपा के 3 कार्यकर्ताओं और उनके काफिले की एक गाड़ी के ड्राइवर को पीट-पीटकर मार डाला।
आज सुबह 10 बजे के करीब गुस्साये किसानों ने घटनास्थल पर पहुंचे मीडियाकर्मियों को खदेड़ दिया। एक कैमरामैन का कैमरा तोड़ दिया गया और उसकी एक अंगुली भी तलवार के हमले में कट गई। इस दौरान पत्थरबाजी भी हुई। न्यूज चैनलों ने अपनी ओबी वैन भी 4 से 5 किमी दूर खड़ी की हैं।
प्रियंका गांधी को हिरासत में लिए जाने पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट किया- उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार की ओर से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और पंजाब के उप मुख्यमंत्री को राज्य में आने से रोका जा रहा है जोकि निंदनीय है। ऐसा केवल एक तानाशाह सरकार ही कर सकती है।
पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने लखीमपुर हिंसा की जांच सीबीआई से कराए जाने की मांग की है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी को एक पत्र लिखा है। उन्होंने किसानों की मौत को अक्षम्य करार दिया है।
उधर अपर मुख्य सचिव गृह ने एयरपोर्ट अथॉरिटी को पत्र लिखकर अमौसी एयरपोर्ट पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और पंजाब के उपमुख्यमंत्री का विमान लैंड न कराए जाए जाने को कहा है। आज बघेल और चन्नी लखीमपुर जाने वाले थे।
बसपा महासचिव सतीश मिश्रा, कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी, सलमान खुर्शीद और आराधना मिश्रा, शिवपाल यादव को उत्तर प्रदेश पुलिस ने हाउस अरेस्ट किया गया था। प्रशासन को इन सभी नेताओं के लखीमपुर खीरी पहुंचने की आशंका थी। किसानों के शव अग्रसेन इंटर कॉलेज के बाहर रखे हैं। इससे पहले राकेश टिकैत सुबह 5:30 बजे तिकुनिया पहुंचे। उन्होंने किसानों के शवों के अंतिम दर्शन किए। इसके बाद अपनी 5 मांगे गिनाईं। कहा मांग पूरी नहीं हुई, तो यहां से हम हिलने वाले नहीं। इसके बाद 7:15 बजे प्रशासन के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर राकेश टिकैत से बात की। लेकिन राकेश टिकैत अपनी मांगों पर अड़े रहे। राकेश टिकैत ने कहा, यह एक साजिश है, जो बहुत दिनों से अजय मिश्र और उनके बेटे आशीष मिश्र द्वारा रची जा रही थी। मौके पर 700 से ज्यादा किसान जुटे हुए हैं।
तीन कंपनी पीएसी और तीन जिलों से फोर्स पहुंची : हिंसा के बाद लखीमपुर के तिकुनिया में तीन कंपनी पीएसी, हरदोई, बाराबंकी, लखनऊ ग्रामीण और लखीमपुर की फोर्स को तैनात किया गया है। कुल मिलाकर करीब एक हजार जवान मौके पर मुस्तैद हैं। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर, एडीजी जोन लखनऊ एसएन साबत, अतिरिक्त आईपीएस अजय पाल शर्मा को लगाया गया है। अजय पाल लुधियाना के रहने वाले हैं। इसलिए डेमैज कंट्रोल के लिए उनको यहां भेजा गया है।
लखीमपुर जिले में कल तक के लिए इंटरनेट बंद : लखीमपुर में तनाव को देखते हुए प्रशासन ने मंगलवार तक के लिए जिले में इंटरनेट बंद कर दिया है। सोमवार को सिर्फ घटनास्थल के 20 किलोमीटर के दायरे में इंटरनेट बंद किया गया था। जिले में धारा 144 लगा दी गई है।

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