बस एक वह काम जो रजनी के लिए असंभव हो गया!

वक्त की हर शै गुलाम

  • रजनीकांत राजनीति में नहीं आएंगे, सुपरस्टार ने आज कर दिया ऐलान
  • 31 दिसंबर को नई पार्टी को शुरू करने वाले रजनी को बीमारी ने किया बेबस
  • कहा, भगवान ने उन्हें इशारा कर दिया है कि यह काम उनके बस का नहीं  

तिरुवनंतपुरम। वह आवाज को सूंघ सकते हैं। वह जिस हॉस्पिटल में पैदा हुए, वह उन्होंने ही बनाया था। वह क्रिकेट में अकेले 15 विकेट ले सकते हैं। वह एक बॉल में 6 छक्के मार सकते हैं…। यह वह विश्वास है जो रजनीकांत के फैन्स उनके बारे में रखते हैं।
अगर आप इंटरनेट पर उनके जोक्स खंगालेंगे तो ऐसे न जाने कितनी अकल्पनीय किस्से निकल आएंगे। फैन्स उन्हें थलाइवा कहते हैं। एक ऐसा लीडर जिस पर आंख मूंद कर भरोसा किया जा सकता है, लेकिन आज थलाइवा ने पहली बार बेबसी जाहिर की। उसने फैन्स से माफी मांगी है और कहा है कि भगवान ने उन्हें इशारा कर दिया है कि यह काम उनके बस का नहीं है। जिस राजनीति में आने की इच्छा यह सुपरहीरो दिल में दबाए बैठा था, बीमारी ने उसे बेबस कर दिया है।
‘इस दर्द को केवल मैं ही जानता हूं’ : शिवाजी राव गायकवाड उर्फ रजनीकांत जिसके लिए कुछ भी असंभव नहीं। बस कंडक्टर से स्टारडम का सफर। फर्श से अर्श का सफर। जहां हाथ डाला वहां सफलता मिली। लेकिन…असंभव को संभव करने वाले रजनी शायद एक काम अब कभी नहीं कर पाएंगे। वह है राजनीति। सुपरस्टार रजनीकांत शायद पहली बार है जब किसी चीज को छूने से पहले ही छोड़ रहे हैं और इसे लेकर उन्होंने अपना दर्द भी बयां किया है। उन्होंने अपने प्रशंसकों लिखी चिट्ठी में कहा भी है कि इस दर्द को केवल मैं ही जानता हूं।
पटकथा ही बदल गई!: कुछ दिन पहले रजनी ने घोषणा की थी कि वह राजनीति आएंगे और 31 दिसंबर को तमिलनाडु में नई पार्टी की घोषणा करेंगे। रजनी से पहले एमजी रामचंद्रन, जयललिया और करुणानिधि ने राज्य के राजनीतिक फलक पर एकछत्र राज किया था। माना जा रहा था कि रजनीकांत भी ऐसा कर सकते हैं। लेकिन अंतिम वक्त में पटकथा बदल गई और क्लाइमेक्स कुछ अलग रूप में आया।
ऐक्शन और इमोशन का पुट भी : यहां भी रजनीकांत के जीवन का सीन फिल्मी है। अचानक साउथ का यह सुपरस्टार बीमार पड़ता है। डॉक्टर उन्हें सलाह देते हैं कि अगर आपको अपने ट्रांसप्लांट की गई किडनी को बचाना है तो आराम करने की जरूरत है। इस सीन के बाद अगला सीन आता है। रजनीकांत अपने प्रशंसकों के नाम चिट्ठी लिखकर माफी मांगते हैं। चिट्ठी में उन्होंने लिखा कि वह नई राजनीतिक पार्टी शुरू नहीं कर सकते हैं। यह अपील करते हुए उनकी चिट्ठी के दर्द के साफ समझा जा सकता है। जिस स्टार के लिए हर असंभव चीज उसके कर्मों से संभव हो जाती थी, वह पहली बार फेल हो रहा था।
कुछ यूं बदल गया क्लाइमेक्स : रजनीकांत के फैन्स उनके दीवाने हैं। उनकी फिल्मों की रिलीज पर आप इसे समझ सकते हैं। रजनी के फैन्स के लिए वह सब कुछ कर सकते हैं। उनके लिए कुछ भी असंभव नहीं है, लेकिन शायद राजनीति उनके लिए वो बाधा बन गई जो असंभव हो गई। 70 साल के रजनीकांत बीमारी के कारण इस काम को अधूरा छोड़ रहे हैं। रजनी की राजनीति का क्लाइमेक्स कुछ ऐसा है कि एक सुपरस्टार हजारों की भीड़ के सामने हाथ जोड़कर बेबसी में कह रहा है। ये नहीं, ये नहीं। माफ कर दो…।

रजनीकांत राजनीति में नहीं आएंगे, सुपरस्टार ने आज कर दिया ऐलान
31 दिसंबर को नई पार्टी को शुरू करने वाले रजनी को बीमारी ने किया बेबस
कहा, भगवान ने उन्हें इशारा कर दिया है कि यह काम उनके बस का नहीं  

तिरुवनंतपुरम। वह आवाज को सूंघ सकते हैं। वह जिस हॉस्पिटल में पैदा हुए, वह उन्होंने ही बनाया था। वह क्रिकेट में अकेले 15 विकेट ले सकते हैं। वह एक बॉल में 6 छक्के मार सकते हैं…। यह वह विश्वास है जो रजनीकांत के फैन्स उनके बारे में रखते हैं।
अगर आप इंटरनेट पर उनके जोक्स खंगालेंगे तो ऐसे न जाने कितनी अकल्पनीय किस्से निकल आएंगे। फैन्स उन्हें थलाइवा कहते हैं। एक ऐसा लीडर जिस पर आंख मूंद कर भरोसा किया जा सकता है, लेकिन आज थलाइवा ने पहली बार बेबसी जाहिर की। उसने फैन्स से माफी मांगी है और कहा है कि भगवान ने उन्हें इशारा कर दिया है कि यह काम उनके बस का नहीं है। जिस राजनीति में आने की इच्छा यह सुपरहीरो दिल में दबाए बैठा था, बीमारी ने उसे बेबस कर दिया है।
‘इस दर्द को केवल मैं ही जानता हूं’ : शिवाजी राव गायकवाड उर्फ रजनीकांत जिसके लिए कुछ भी असंभव नहीं। बस कंडक्टर से स्टारडम का सफर। फर्श से अर्श का सफर। जहां हाथ डाला वहां सफलता मिली। लेकिन…असंभव को संभव करने वाले रजनी शायद एक काम अब कभी नहीं कर पाएंगे। वह है राजनीति। सुपरस्टार रजनीकांत शायद पहली बार है जब किसी चीज को छूने से पहले ही छोड़ रहे हैं और इसे लेकर उन्होंने अपना दर्द भी बयां किया है। उन्होंने अपने प्रशंसकों लिखी चिट्ठी में कहा भी है कि इस दर्द को केवल मैं ही जानता हूं।
पटकथा ही बदल गई!: कुछ दिन पहले रजनी ने घोषणा की थी कि वह राजनीति आएंगे और 31 दिसंबर को तमिलनाडु में नई पार्टी की घोषणा करेंगे। रजनी से पहले एमजी रामचंद्रन, जयललिया और करुणानिधि ने राज्य के राजनीतिक फलक पर एकछत्र राज किया था। माना जा रहा था कि रजनीकांत भी ऐसा कर सकते हैं। लेकिन अंतिम वक्त में पटकथा बदल गई और क्लाइमेक्स कुछ अलग रूप में आया।
ऐक्शन और इमोशन का पुट भी : यहां भी रजनीकांत के जीवन का सीन फिल्मी है। अचानक साउथ का यह सुपरस्टार बीमार पड़ता है। डॉक्टर उन्हें सलाह देते हैं कि अगर आपको अपने ट्रांसप्लांट की गई किडनी को बचाना है तो आराम करने की जरूरत है। इस सीन के बाद अगला सीन आता है। रजनीकांत अपने प्रशंसकों के नाम चिट्ठी लिखकर माफी मांगते हैं। चिट्ठी में उन्होंने लिखा कि वह नई राजनीतिक पार्टी शुरू नहीं कर सकते हैं। यह अपील करते हुए उनकी चिट्ठी के दर्द के साफ समझा जा सकता है। जिस स्टार के लिए हर असंभव चीज उसके कर्मों से संभव हो जाती थी, वह पहली बार फेल हो रहा था।
कुछ यूं बदल गया क्लाइमेक्स : रजनीकांत के फैन्स उनके दीवाने हैं। उनकी फिल्मों की रिलीज पर आप इसे समझ सकते हैं। रजनी के फैन्स के लिए वह सब कुछ कर सकते हैं। उनके लिए कुछ भी असंभव नहीं है, लेकिन शायद राजनीति उनके लिए वो बाधा बन गई जो असंभव हो गई। 70 साल के रजनीकांत बीमारी के कारण इस काम को अधूरा छोड़ रहे हैं। रजनी की राजनीति का क्लाइमेक्स कुछ ऐसा है कि एक सुपरस्टार हजारों की भीड़ के सामने हाथ जोड़कर बेबसी में कह रहा है। ये नहीं, ये नहीं। माफ कर दो…।

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