युवा साथियों के जोश से निरंतर आगे बढ़ रहा रक्तदान शिविर
- संस्कारों वाली पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता दीन-दुखियों की सेवा के लिए आगे बढ़ा रहे हैं कदम
- साहसिक खेलों के लिए उत्तराखंड ने अलग से निदेशालय बनाया, हिमाचल प्रदेश ने भी अपनाया
- मातृशक्ति के हाथों को मजबूत करने को महिला समूह के लिए बजट में व्यवस्था की
भीमताल। कुमाऊं भ्रमण के दूसरे दिन पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने भीमताल में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की स्मृति में आयोजित रक्तदान शिविर में शामिल होकर रक्तदाताओं का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि हमारे युवा साथी पूरे जोश व उमंग के साथ रक्तदान के लिए आगे आ रहे हैं, जिससे रक्त बैंकों के संकट को दूर किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि आज हमारी पार्टी द्वारा प्रदेश में हर जगह रक्तदान शिविर के आयोजन किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि दीन दुःखियों, गरीबों की सेवा करना उनके साथ उठना-बैठना उनके मनोबल को बढ़ाता है। उन्होंने कहा की यही सारे कार्य सेवा ही संगठन के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता निरंतर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक संस्कारों वाली पार्टी का समर्पित कार्यकर्ता ही ये सब कर सकता है।
इसके बाद पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र ने भीमताल में ही साहसिक खेल संचालकों से भेंट कर उन्हें प्रदेश में साहसिक खेलों की अपार संभावनों से अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि हमने साहसिक खेलों के लिए अलग से निदेशालय बनाने का फैसला लिया था और उसके लिए नीति भी तैयार की, जिसे उत्तराखंड के पड़ोसी राज्य हिमाचल ने भी अपनाया। उन्होंने कहा कि इसे बनाने का हमारा उद्देश्य, इस क्षेत्र से जुड़े प्रदेश के युवा साथियों को प्रदेश में ही रोजगार उपलब्ध करवाना है।
महिलाओं को पैतृक संपत्ति में अधिकार देश में बनेगा मिसाल
आखिरी में पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र ने भवाली में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं से भेंट कर उनके द्वारा महिला सशक्तिकरण की दिशा में किए गए कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हमने पति की पैतृक संपत्ति में महिलाओं को अधिकार दिलवाया जो कि आने वाले समय में पूरे देश में एक मिसाल बनेगा। उन्होंने कहा कि सशक्त नारी ही मजबूत समाज का आधार होती है, इसको देखते हुए हमने महिला समूह के लिए बजट में व्यवस्था की, ताकि हमारी माताएं-बहनें मजबूत हो सकें। इन सभी कार्यकर्मों में पूर्व सीएम का पार्टी कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह पर जोरदार स्वागत किया।