मनसा देवी मंदिर में विदेशियों का प्रवेश बंद

कोरोना की दहशत तारी

  • चौखुटिया में सेना की कैंटीन बंद, अब जड़धार नहीं आएगी मां सुरकंडा की डोली
  • जीएमवीएन के द्रोण होटल को कोरोना आइसोलेशन अस्पताल बनाने की तैयारी
  • इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी अनिश्चितकाल के लिए बंद

देहरादून। हरिद्वार के सिद्ध पीठ मनसा देवी मंदिर प्रबंधन ने कड़े कदम उठाए हैं। मंदिर समिति के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी महाराज ने बताया कि मंदिर परिसर में विदेशी नागरिकों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है। कोई भी श्रद्धालु मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश नहीं कर सकेगा। साथ ही सभी श्रद्धालुओं को मंदिर समिति की ओर से मास्क और सैनेटाइजर निशुल्क बांटे जा रहे हैं। सर्दी, जुकाम और बुखार की दवा भी श्रद्धालुओं को मुफ्त में वितरित की जा रही है। मंदिर के सभी कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं कि कोई भी संदिग्ध संक्रमित श्रद्धालु दिखे तो तत्काल स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सूचना दें।
कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए एहतियातन देहरादून के दून हॉस्पिटल में आइसोलेशन वार्ड के बाहर एसडीआरएफ और पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं। कई मरीजों के भागने की घटनाओं इनकी तैनाती की गई है। किसी भी बाहरी व्यक्ति को प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।
अल्मोड़ा जिले के चौखुटिया में सेना की सीएसडी कैंटीन अगामी 31 मार्च तक बंद रहेगी। कैंटीन में चौखुटिया के अलावा गैरसेंण, द्वाराहाट, भिकियासैंण व स्याल्दे आदि क्षेत्रों के पूर्व सैनिक सामान खरीदते हैं। हल्द्वानी में बिग बाजार, वॉक वे और विशाल बाजार बंद कर दिया गया है।
गढ़वाल मंडल विकास निगम के द्रोण होटल को कोरोना आइसोलेशन अस्पताल के रूप में बनाने की तैयारी पर आज मुहर लग सकती है। स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई है। जरूरत पड़ने पर मरीजों यहां भर्ती किया जाएगा। वहीं इसके विरोध में निगम के कर्मचारी संगठन पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के कर्जन रोड स्थित निवास पर पहुंचे और अपना विरोध दर्ज कराया।
वहीं देहरादून नगर में हाउस टैक्स जमा करने वालों लोगों की लंबी लाइन को देखते हुए यह व्यवस्था बंद की जा सकती है। कोरोना वायरस संक्रमण के चलते शासन की जमाखोरों पर भी पैनी नजर है। शासन ने खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे हर दिन के स्टाफ और कीमतों का ब्योरा देंगे।
कोरोना के चलते मां सुरकंडा देवी की डोली जड़धार गांव लाने की परंपरा नहीं निभाई जाएगी। मंदिर समिति और ग्रामीणों ने यह कार्यक्रम आगामी शरदीय नवरात्र तक टाल दिया है। उधर कोरोना के दृष्टिगत हाईकोर्ट में अर्जेंट मामलों की ही सुनवाई की जा रही है। इस दौरान कोर्ट के सभी मेन गेटों को बंद रखा गया और हाईकोर्ट परिसर में वादकारियों की आवाजाही पर पूर्णत: रोक लगी रही। केवल अधिवक्ताओं को ही कोर्ट में जाने की अनुमति है।
ट्रेनी आईएफएस को प्रशिक्षण देने वाली इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया है। यहां अफसरों की ट्रेनिंग पर रोक लगा दी गई है। एक ट्रेनी आईएफएस में कोरोना की पुष्टि होने के बाद यह फैसला लिया जा रहा है।
इसके तहत 45 आईएफएस को एकांतवास (सेल्फ कोरेंटाइन) किया गया है। 25 ट्रेनी आईएफएस इस वक्त भी आईसोलेशन वार्ड में हैं। केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने पांच समितियां गठित की है। प्रतिदिन की रिपोर्ट मंत्रालय को भेजी जा रही है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here