अबूझ रहस्य
- खुदाई के दौरान मजदूरों को मिला था एक घड़ा और उसके अंदर दो पत्थर
- इन्हें भगवान राम का आशीर्वाद मानकर भजन कीर्तन कर रहे हैं ग्रामीण
कांगड़ा। जिले की नगर परिषद ज्वालामुखी के निवासी अशोक कुमार की जमीन में गड़े एक घड़े में दो पत्थर मिले। इन पत्थरों का पानी में तैरने का दावा किया जा रहा है। उन्होंने इन पत्थरों को अब अपने पूजा स्थल पर पानी से भरे बर्तन में रखा है। जिन्हें देखने के लिए काफी लोग पहुंच रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार अशोक ने अपनी जमीन में खुदाई का काम लगाया हुआ था। इस दौरान मजदूरों को एक घड़ा और उसके अंदर दो पत्थर मिले। अशोक ने इन पत्थरों को नदी किनारे रख दिया। वहीं दूसरे दिन जब उन्होंने इन पत्थरों को देखा तो अलग ही अनुभूति का अहसास हुआ। अशोक ने बताया कि इसके बाद उन्होंने इन पत्थरों को उठाकर अपने घर ले आए और पानी में डाल दिया तो वे डूबने के बजाय तैरने लगे। यह देखकर उनके आश्चर्य का ठिकाना न रहा। इन पत्थरों का वजन लगभग छह किलो है। अशोक का परिवार और गांव के लोग इन्हें भगवान राम का आशीर्वाद मानकर भजन कीर्तन कर रहे हैं। गांव वाले व अशोक का परिवार इन पत्थरों को रामसेतु का हिस्सा मान रहे हैं। पत्थरों के दर्शन करने के लिए लोग दूर-दूर से आ रहे हैं।
गौरतलब है कि रामसेतु जिसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ‘एडेम्स ब्रिज’ के नाम से जाना जाता है। मान्यता है कि भगवान राम की वानर सेना द्वारा रामेश्वरम पर यह रामसेतु बनाया गया था जिसका दूसरा किनारा श्रीलंका के मन्नार तक जाकर जुड़ता है। ऐसी मान्यता है कि इस पुल को बनाने के लिए जिन पत्थरों का इस्तेमाल किया गया था, वे पत्थर समुद्र में नहीं डूबे बल्कि पानी की सतह पर ही तैरते रहे।