देहरादून। राजधानी में एक धार्मिक संस्थान में आज शनिवार को एक छात्र के फांसी के फंदे पर लटक जाने से हड़कंप मच गया है। मामला शहर के राजपुर रोड स्थित साई मंदिर के पास स्थित एक धार्मिक केंद्र का है। जहां शनिवार को एक छात्र का शव कमरे में फंदे से लटका मिला। मूल रूप से नेपालवासी छात्र यहां रहकर बौद्ध धर्म की दीक्षा ले रहा था। अभी मौत के कारणों का भी पता नहीं चल पाया है।
एसओ राजपुर ने बताया कि संस्थान के लोगों के अनुसार मरने वाले छात्र की दिमागी हालत सही नहीं थी। वह यहां बौद्ध धर्म की दीक्षा ले रहा था। इससे पहले 30 अक्टूबर को भी एक शिक्षक की आत्महत्याा के बाद संस्थान चर्चाओं में आया था। बताया गया था कि कुछ छात्र पुरुकुल स्थित इस संस्थान से भागकर नेपाल चले गए थे। वहां पर उन्होंने मार-पिटाई के संबंध में एक वीडियो और फ़ोटो वायरल की थी। राजपुर के पुरुकुल गांव रोड स्थित यह संस्थान 27 अक्टूबर को चर्चाओं में आया था। सोशल मीडिया में खबर फैली थी कि यहां कुछ बच्चों की पिटाई इस वजह से कर दी गई है कि उन्हें घर जाने के लिए छुट्टी मांगी थी।
आरोप यह भी था कि कुछ बच्चों के नाखून तक खींच दिए गए। सूचनाओं का संज्ञान लेते हुए डीआईजी ने इसकी जांच एसपी क्राइम लोकजीत सिंह को सौंपी थी। अभी जांच चल ही रही थी कि इसी बीच 30 अक्टूबर को बच्चों की पिटाई के मामले में विवादों से घिरे धार्मिक स्कूल के एक शिक्षक का शव कमरे में पंखे से लटका मिला था। 25 वर्षीय शिक्षक वहां बौद्ध शास्त्र पढ़ाते थे। शिक्षक के कमरे से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ था। इसमें उन्होंने अपने गुरुजी की बदनामी से आहत होकर आत्महत्या करना बताया था। इसके साथ ही मना करने के बावजूद उन्होंने अपने पास मोबाइल फोन और सिम होने पर आत्मग्लानि होने का जिक्र सुसाइड नोट में किया था।