देहरादून : बेवफाई से टूटा दिल तो युवती ने मौत को लगाया गले

देहरादून। एक फौजी की बेवफाई से आहत होकर एक युवती ने फांसी लगाकर दुनिया को अलविदा कह दिया। पुलिस ने आरोपी को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।
एसपी सिटी सरिता डोभाल ने बताया कि घटना 29 अगस्त की है। आकांक्षा मैंदोला पुत्री नागेंद्र प्रसाद मैंदोला निवासी यमुना कॉलोनी यूजेवीएनल में संविदा पर काम करती थी। उस दिन वह दोपहर एक बजे छुट्टी लेकर घर जाने के लिए कहकर निकल गई। शाम तक जब घर नहीं पहुंची तो परिजनों को चिंता हुई। उन्होंने पुलिस को सूचना दी तो युवती के मोबाइल की लोकेशन निकलवाई गई। लोकेशन के आधार पर पुलिस कौलागढ़ क्षेत्र में एक हाईटेंशन लाइन के टावर तक पहुंची। यहां आकांक्षा का शव पड़ा मिला। परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने दुष्कर्म के बाद हत्या करने का मुकदमा दर्ज कर लिया, लेकिन पोस्टमार्टम में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई। इसके बाद पुलिस ने टीमें बनाकर जांच शुरू की।
जांच के दौरान पता चला कि उसके मोबाइल पर एक नंबर से 60 से 70 बार कॉल आई है। इस नंबर से कई दिनों तक कॉल आई। यह नंबर पपेंद्र सिंह निवासी मौगी, कैंपटी, जिला टिहरी गढ़वाल का निकला। पता चला कि वह आर्मी के कोर ऑफ  सिग्नल जयपुर में तैनात है और इन दिनों छुट्टी पर आया है। पुलिस ने तत्काल उसे टिहरी पहुंचकर हिरासत में ले लिया। उससे थाने लाकर पूछताछ हुई तो सारी कहानी खुल गई। इसके बाद मुकदमे को अब आत्महत्या के लिए उकसाने में तरमीम कर दिया गया है।
पुलिस पूछताछ में पपेंद्र ने बताया कि आकांक्षा और उसकी पहचान इंस्टाग्राम पर दो साल पहले हुई थी। दोनों एक-दूसरे से प्यार करने लगे। दोनों ने शादी का वादा भी कर लिया। मगर, नवंबर 2021 में उसका किसी और के साथ रिश्ता तय हो गया। इसके बाद उसने आकांक्षा से दूरी बनानी शुरू कर दी। घटना के दिन भी वह उसे समझाने आया था। वह उसे बिंदाल पुल के पास मिला और किराये के स्कूटर पर बैठाकर घुमाने ले गया। इसके बाद राजपुर रोड पर एक होटल में तीन घंटे दोनों साथ रहे। यहां उसने आकांक्षा से कहा कि वह उससे शादी नहीं कर सकता है। न ही इसके बाद उससे मिलने आएगा। अब सब खत्म हो गया है। इसके बाद उसने बिंदाल पुल के पास आकांक्षा को छोड़ दिया। दिल टूटने से आहत आकांक्षा यहां से घर नहीं गई बल्कि टावर पर चुनरी से फंदा लगाकर जान दे दी और दुनिया को अलविदा कह दिया।

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