- मुख्यमंत्री ने अपने ड्रीम प्रोजेक्टों से एक और सौगात के रूप में सूर्यधार झील उत्तराखंडियों को की समर्पित
देहरादून। आज रविवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सूर्यधार झील का लोकार्पण किया। विभाग ने करीब 64 करोड़ की लागत से सूर्यधार बांध को तैयार किया है जिससे 18 गांवों को पेयजल और सिंचाई उपलब्ध होगी।
सूर्यधार झील को उत्तराखंड की जनता को समर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इसे पर्यटन के नए डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने की योजना है, जिससे यहां पर स्थानीय लोगों को रोजगार के बड़े मौके मिल सकें। उन्होंने कहा कि कुछ समय बाद यहां बड़े कार्यक्रमों का आयोजन कर पर्यटकों को आकर्षित किया जाएगा।
गौरतलब है कि विकास की नई नई इबारत लिखते जा रहे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पहले डोबराचांठी, जानकी सेतु और अब सूर्यधार झील के रूप में प्रदेशवासियों को एक नया तोहफा भेंट कर दिया है। सूर्यधार झील मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के ड्रीम प्रोजेक्टों में से एक है। इस झील से क्षे़त्र को पेयजल और सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध होगा। इससे लगभग 18 गांवों को सिंचाई और 19 गांवों को पेयजल मिलेगा जो कि पूरी तरह से ग्रैविटी आधारित होगी।
उल्लेखनीय है कि इस क्षेत्र में लंबे समय से पेयजल और खेतों की सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता न होने की समस्या रही है। क्षेत्रवासियों की इसी दिक्कत को समझते हुए मुख्यमंत्री ने सूर्यधार में झील बनाने का ऐलान किया था। रिकार्ड समय में यह झील बनकर तैयार हो गई है। यह झील आने वाले दिनों में देहरादून जिले में नए टूरिस्ट डेस्टिनेशन के तौर पर भी उभरेगी।
यहां पर सरकार की योजना नौकायन के साथ ही लोगों को प्रकृति का दीदार कराने व अन्य पर्यटन गतिविधियां संचालित करने की है। इस बहुउद्देशीय योजना के माध्यम से प्रतिवर्ष 7 करोड़ रुपये की बिजली की बचत भी होगी। इससे किसानों को बारह महीने पानी मिलेगा। इस दौरान सिंचाई विभाग के एचओडी मुकेश मोहन, राज्यमंत्री करण वोहरा, अधिशासी अभियंता वीके सिंह, मुख्यमंत्री के ओएसडी धीरेंद्र पंवार आदि भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।