बटाला ब्लास्ट : तो न जाती 23 लोगों की जान!

सिस्टम पर सवाल

  • वर्ष 2017 में भी धमाके का शिकार हुई थी यह मौत की फैक्ट्री, झुलसकर हुई थी एक मजदूर की मौत
  • पटाखा फैक्ट्री को रिहायशी क्षेत्र से हटाने के लिये मोहल्ले के लोगों ने कई बार प्रशासन से की थी शिकायत 

बटाला (पंजाब)। गुरु रामदास कालोनी स्थित पटाखा फैक्ट्री में हुए धमाके में 23 लोगों की मौत से पूरे बटाला में मातम छा गया है। गौरतलब है कि यह पहला मौका नहीं जब इस फैक्ट्री में धमाका हुआ है। इससे पहले इसी फैक्ट्री में जनवरी 2017 में धमाका हुआ था। उस धमाके में एक मजूदर अभिषेक पुत्र मुन्ना निवासी बिहार की मौत हो गई थी और फैक्ट्री में आग लग गई थी। 
इसके बाद पटाखा फैक्ट्री को रिहायशी क्षेत्र से हटाने के लिये मोहल्ला के लोगों ने कई बार प्रशासन को अपनी शिकायत दर्ज कराई, लेकिन संबंधित अधिकारी कानों में रूई डालकर सोते रहे और फैक्ट्री को यहां से शिफ्ट करने के लिए जहमत उठाने से बचते रहे। अब इतना बड़ा हादसा होने के बाद प्रशासन में हड़कंप मचा है और रिहाइशी क्षेत्र में चल रही इस मौत की फैक्ट्री के हादसे के लिये जिम्मेदार ‘बलि के बकरे’ की तलाश में आला अधिकारी जी जान से जुटे हैं।  

जिस रिहायशी क्षेत्र में यह पटाखा फैक्ट्री थी, ठीक उसी रोड पर पास ही में सेंट फ्रांसिस कान्वेंट स्कूल है। छुट्टी के बाद यह रोड बच्चों से खचाखच भरा रहता है। बच्चों की छुट्टी करीब 2 बजे हो जाती है। धमाका करीब चार बजे के आसपास हुआ। अगर यह धमाका दो-ढाई बजे के बीच होता तो एक बहुत बड़ा हादसा हो सकता था। गौरतलब है कि पंजाब के बटाला में जालंधर रोड पर स्थित गुरु रामदास कालोनी में बुधवार शाम करीब चार बजे पटाखा फैक्टरी में जोरदार धमाका हुआ। इससे फैक्टरी का लैंटर गिर गया और दो घर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए। हादसे में 23 लोगों की मौत हो गई और 25 लोग घायल हो गए। इनमें से पांच की हालत गंभीर है।
इस दुर्घटना से बाबे दा ब्याह पर्व मनाने की खुशी आधी हो गई है। बटाला में पिछले कई दिनों से विवाह पर्व को लेकर जो खुशियां देखी जा रही थी वह बुधवार को मातम में बदल गई। शिरोमणि प्रबंधक कमेटी ने आज गुरुवार को मनाया जाने वाला श्री गुरु नानक देव जी का विवाह पर्व को बिल्कुल सादे ढंग से मनाने का फैसला किया है। गुरुद्वारा कंध साहिब के मैनेजर गुरतिंदरपाल सिंह भाटिया ने बताया कि नगर कीर्तन का रूट प्लान बदल दिया गया है। साथ ही नगर कीर्तन उस रोड से नहीं गुजरेगा, जिसके पास यह हादसा हुआ है। उन्होंने कहा कि इस बार शोक में कोई आतिशबाजी नहीं की जाएगी और न ही फूलों की वर्षा होगी। वहीं घटना में घायल हुए पीड़ितों का श्री गुरू रामदास अस्पताल वल्ला में फ्री इलाज किया जाएगा। 
उधर बटाला में 23 लोगों की मौत पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताया और हादसे को दिल दहला देने वाली त्रासदी बताया। पीएम मोदी ने कहा कि पटाखा फैक्ट्री में धमाके में जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है। 
धमाका इतना जबरदस्त था कि पटाखा फैक्टरी से 700 मीटर दूर स्थित दुकानों तक के शीशे और फ्लैक्स बोर्ड टूट गए। सड़क पर खड़ी कारें और मोटरसाइकिल हवा में उछलीं और साथ लगतीं ड्रेन में जा गिरीं। चारों तरफ चीख पुकार मच गई। फायर ब्रिगेड की गाड़ियां और जेसीबी मशीनें बुलाकर राहत कार्य शुरू किया गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक जब धमाका हुआ तो पूरी कालोनी के घर हिल गए। उन्हें ऐसा लगा कि जैसे कोई बम गिरा है। जब बाहर निकलकर देखा तो साथ फैक्टरी की पूरी इमारत ध्वस्त हो गई थी। साथ लगते घर भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए थे। धमाके के कारण फैक्टरी के साथ लगते गुरुद्वारा साहिब की दीवार भी टूट गई। इसी के साथ कई घरों के चिराग बुझ गये।

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